नोटबंदी: 12 नवंबर को तीसरी बार संसदीय समिति के सवालों का जवाब देंगे उर्जित पटेल
केंद्र सरकार ने 8 नवंबर 2016 को 500 एवं 1000 रुपये के पुराने नोटों को अमान्य कर दिया था, जो कि उस वक्त बाजार में प्रचलित मुद्रा का कुल 86 फीसद हिस्सा थे
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सदस्यता वाली संसदीय समिति ने तीसरी बार आरबीआई गर्वनर उर्जित पटेल को नोटबंदी के संबंध में सरकार के फैसलों का जवाब देने के लिए बुलावा भेजा है। वित्त मामलों पर बनाई गई 31 सदस्यीय संसदीय समिति की अध्यक्षता वीरप्पा मोइली कर रहे हैं और यह समिति लगातार दो वर्षों से इस मुद्दे पर विचार विमर्श कर रही है।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने 8 नवंबर 2016 को 500 एवं 1000 रुपये के पुराने नोटों को अमान्य कर दिया था, जो कि उस वक्त बाजार में प्रचलित मुद्रा का कुल 86 फीसद हिस्सा थे। हालांकि उस वक्त सरकार ने 500 और 2000 रुपये के नए नोट जारी करने की घोषणा की थी। इसके अलावा आरबीआई की ओर से 200 रुपये, 50 रुपये और 10 रुपये के नए नोट भी जारी किए जा चुके हैं।
500 एवं 1000 रुपये के नोट बंद किए जाने के संबंध में नोटबंदी से जुड़े सवालों का जवाब देने के लिए संसदीय समिति ने उर्जित पटेल को 12 नवंबर को बुलावा भेजा है। उर्जिट पटेल को इन पुराने नोटों को बंद किए जाने और इसके असर पर सवालों का सामना करना होगा। यह जानकारी पैनल की मीटिंग नोटिस के जरिए सामने आई है
इसके साथ ही आरबीआई गवर्नर संसदीय समिति को अनियमित जमा योजना बिल और इससे संबंधित मुद्दों पर ब्रीफ करेंगे। मोइली ने बताया कि सदस्य नोटबंदी और विशेषकर इसके प्रभाव के संबंध में अधिक एवं विस्तृत जानकारी चाहते हैं।