PPF+SWP बनेगा बुढ़ापे में साथी, Retirement में भी हर महीने होती रहेगी कमाई, ऐसे करें निवेश
इस महंगाई के जमाने में रिटायरमेंट प्लानिंग काफी जरूरी हो गई है। प्लानिंग करने से आपको जरूरत पड़ने पर आर्थिक तंगी से नहीं जूझना पड़ेगा। आज हम बताएंगे रिटायरमेंट फंड के लिए आप पीपीएफ और एसडब्ल्यूपी को साथ में कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं आपको पीपीएफ और एसडब्ल्यूपी से कितना रिटर्न मिलेगा।

नई दिल्ली। अगर आप चाहते हैं कि रिटायरमेंट के बाद भी आप आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर रहें, तो जरूरी है कि आप अभी से इसके लिए पर्याप्त फंड जमा कर लें। आज हम जानेंगे कि पीपीएफ और म्यूचुअल फंड के एसडब्ल्यूपी (Systematic Withdrawal Plan) का इस्तेमाल कर आप हर महीने कैसे इनकम पा सकते हैं।
कैसे होगी हर महीने कमाई ?
सबसे पहले आपको सही समय पर पीपीएफ में निवेश करना होगा। पीपीएफ में आप बैंक या पोस्ट ऑफिस के जरिए निवेश कर सकते हैं। इसके तहत आपको 7.1 फीसदी का ब्याज दिया जाता है। अगर आप 45 साल की उम्र में भी पीपीएफ में पैसा जमा करते हैं, तो रिटायरमेंट के लिए मोटा फंड तैयार कर सकते हैं।
कितना करें निवेश?
उम्र | 45 साल |
निवेश राशि | 5000/माह |
रिटर्न | 7.1% |
जमा | 9 लाख रुपए |
मैच्यारिटी | 16,27,284 रु |
अगर आप 45 साल की उम्र में हर महीने 5000 रुपये भी निवेश करेंगे, तो रिटायरमेंट के लिए पर्याप्त पैसे जुटा लेंगे। अगर आप 15 साल के लिए हर महीने 5000 या साल में 60,000 रुपये निवेश करते हैं, तो 7.1 फीसदी रिटर्न के हिसाब से उसे मैच्योरिटी पर 16,27,284 रुपये मिलेंगे।
इन 15 सालों में आपके द्वारा 9 लाख रुपये निवेश हुए हैं, वहीं 7,27,284 रुपये ब्याज के रूप में मिलेंगे।
इस तरह आप मैच्योरिटी पर मिलने वाले अमाउंट यानी 16,00,000 रुपये को म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। वहीं इस निवेश रकम को एसडब्ल्यूपी के जरिए निश्चित राशि में निकाल भी सकते हैं। आप म्यूचुअल फंड में हाइब्रिड फंड का ऑप्शन चुन सकते हैं, क्योंकि ये इक्विटी फंड से कम रिस्की है। इसमें 10% से 12% रिटर्न मिल जाता है। हालांकि ये रिटर्न बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है।
SWP से होगी हर महीने कमाई
- हर महीने निकासी- 10 हजार रुपये
एसडब्ल्यूपी के जरिए आप कुछ अमाउंट हर महीने निकाल सकते हैं। अगर आप 16,00,000 रुपये निवेश कर रहे हैं, तो एसडब्ल्यूपी के जरिए हर महीने 10 हजार रुपये की निकासी करते हैं। ऐसा करने पर आपकी इनकम भी होती रहेगी और मूलधन 16 लाख रुपये भी बने रहेंगे। अगर आप हर महीने 10 हजार रुपये की निकासी करते हैं, तो भी आपको मूलधन पर 1% से 2% रिटर्न मिलता रहेगा और यह कम होने के बजाय धीरे-धीरे बढ़ता रहेगा।
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