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    नहीं होगी Multi-Brand Retailing पॉलिसी की एंट्री, Piyush Goyal ने कर दिया खारिज

    Updated: Fri, 04 Oct 2024 11:40 AM (IST)

    भारत में मल्टी-ब्रांड रिटेलिंग पॉलिसी के आने की उम्मीद अब पूरी तरह से खत्म हो गई है। दरअसल केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस पॉलिसी के आने की संभावना को पूरा तरह से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कई देशों में मल्टी-ब्रांड रिटेल स्टोर का चलन तो होता है पर यह छोटे-मोटे स्टोर को पूरी तरह से खत्म कर देता है।

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    Piyush Goyal ने खारिज किया Multi-Brand Retailing पॉलिसी

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत में मल्टी-ब्रांड रिटेलिंग में एंट्री की संभावना को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर भारत भी मल्टी-ब्रांड रिटेलिंग में एंट्री लेता है तो इससे अमेरिका का पॉप-एंड-मॉम स्टोर्स एक तरह से खत्म हो सकता है।

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    हालांकि, वाणिज्य मंत्री ने यह कह दिया कि भारत सभी तरह के आर्थिक सुधारों के लिए तैयार है। बता दें कि पीयूष गोयल अमेरिका में आयोजित सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज थिंक टैंक में शामिल हुए थे। इस समारोह में उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हम मल्टी-ब्रांड रिटेलिंग की नीति पर एक बार फिर से विचार कर सकते हैं। वर्तमान में मौजूद सरकार के पास अधिकार है कि वह विभिन्न क्षेत्रों में विदेशी हिस्सेदारी को बढ़ा सकता है।

    खत्म हो गए छोटे-मोटे स्टोर

    पीयूष गोयल ने कहा कि अमेरिका के साथ कई देशों में मल्टी-ब्रांड रिटेल स्टोर का चलन है। लेकिन मै इसके बिल्कुल भी पक्ष में नहीं हुई हूं। ऐसे में यह साफ है कि हम मल्टी-ब्रांड रिटेल की पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं होगा। मल्टी-ब्रांड रिटेल का दुष्परिणाम अमेरिका को भुगतना पड़ता है। दरअसल, अब दिन देशों में मल्टी-ब्रांड रिटेल का चलन चल रहा है वहां से छोटे-मोटे स्टोर पूरी तरह से खत्म हो गए हैं।

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    कम है अमेरिका की जनसंख्या

    केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अमेरिका मल्टी-ब्रांड रिटेल का चलन चला सकता है क्योंकि अमेरिका में भारत की तुलना में जनसंख्या कम है। ऐसे में लोगों के पास नौकरियों के कई ऑप्शन मौजूद होते हैं। लेकिन, भारत में ऐसा अभी नहीं है।

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