Debt Fund ने किया शानदार कमबैक, अब निवेशकों को Bank FD की तुलना में मिल रहा है अच्छा रिटर्न
Debt Fund पिछले कुछ समय से डेट फंड काफी अच्छा रिटर्न दे रहा है। एफडी और डेट फंड दोनों में आप निवेश कर सकते हैं। डेट फंड भले ही थोड़ा रिस्की है लेकिन वो एफडी की तुलना में काफी अच्छा रिटर्न देता है।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अगर आप अपनी सेविंग को इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो डेट फंड एसआईपी (Debt Fund SIP)काफी अच्छा ऑप्शन है। पहले इस फंड में निवेश करने से लोग बचते थे लेकिन पिछले कुछ महीनों से इस फंड ने अपनी वापसी कर ली है। हाल ही में इसके लॉन्ग टर्म रिटर्न चार्ट सुधार हुआ है। आप अभी इसमें निवेश करते हैं तो आपको 5 साल के बाद अच्छा रिटर्न मिल जाएगा। लॉन्ग टर्म रिटर्न में सुधार आने की वजह से अब डेट फंड एसआईपी पुराने निवेश जैसे एफडी और आरडी को टक्कर दे रहा है।
डेट फंड्स एसआईपी में आपको भले ही जोखिम का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन कुछ समय से एफडी की तुलना में इन स्कीम में काफी अच्छा रिटर्न मिल रहा है। आपको बता दें कि एफडी और डेट फंड दोनों ही निवेश के लिए काफी अच्छा ऑप्शन माना जाता है। इन दोनों में आपको स्थिर रिटर्न मिलता है। पिछले कुछ समय से डेट फंड की कई स्कीम्स में काफी अच्छा रिटर्न मिल रहा है।
कहां मिलता है ज्यादा रिटर्न
डेट फंड और एफडी की तुलना में पिछले 5 साल में डेट फंड में काफी अच्छा रिटर्न मिल रहा है। एफडी में आपको हर साल 6.20 फीसदी ये 7 फीसदी तक का इंटरेस्ट मिलता है। जबकि डेट फंड में आपको 7.8 फीसदी से 12 फीसदी तक का ब्याज मिलता है। आपको एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर आप 100 फीसदी के डेट फंड में निवेश करते हैं तो आपको 7 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न नहीं मिलेगा।
कहां लगाएं पैसा
आज के समय में आपको कभी भी निवेश करने से पहले सारी जानकारी अच्छे से जान लेनी चाहिए। देश में 5 बैंक ऐसे हैं जो आपको एफडी पर 7 फीसदी का ब्याज देते हैं। एफडी पर आपको फिक्स्ड रिटर्न मिलता है। आप जैसे ही किसी एफडी में निवेश करते हैं आपका इंटरेस्ट रेट फिक्स हो जाता है, वो पूरे टेन्योर नहीं बदलता है। एफडी पर अगर 5 साल से ज्यादा निवेश किया जाता है तब आपको इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स बेनिफिट का फायदा भी मिलता है। लेकिन आपको टेन्योर के बाद मिलने वाली ब्याज राशि टैक्सेबल होती है। अगर आपको एक साल में 40,000 रुपये से ज्यादा ब्याज मिलता है तब बैंक 10 फीसदी का टीडीएस भी काट देती है।
डेट फंड में आपको रिटर्न की कोई गारंटी नहीं मिलती है। इसके ब्याज दर भी अस्थिर होते हैं। डेट फंड में अधिकतर लोग निवेश बॉन्ड और फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज के उद्देश्य से करते हैं। अगर ब्याज दर में गिरावट होती है तो आपके बॉन्ड की कीमत में बढ़ोतरी हो जाती है। इसी के साथ लिक्विडिटी के मामले में भी डेट फंड काफी अच्छा ऑप्शन माना जाता है।
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