ई-कॉमर्स में रिलायंस के उतरने से उपभोक्ताओं को होगा फायदा: पई
पई ने कहा कि रिलायंस को ई-कॉमर्स क्षेत्र में बड़ा प्रतिस्पर्धी बताते हुए कहा कि उसके पास पूंजी, टेक्नोलॉजी और नेटवर्क है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। इन्वेस्टमेंट गुरु और इन्फोसिस के पूर्व चीफ फाइनेंस ऑफिसर (सीएफओ) मोहनदास पई ने कहा है कि प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के ई-कॉमर्स कारोबार में उतरने से डिजिटल कोलोनाइजेशन का खतरा कम होगा। इससे लागत में भी कमी आएगी जो उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद होगी।
पई ने एक इंटरव्यू में बताया कि ई-कॉमर्स कारोबार में रिलायंस के उतरने से निश्चित ही उपभोक्ताओं और देश को फायदा होगा। बहुराष्ट्रीय कंपनियों के हाथों भारत के डिजिटल कोलोनी बनने का खतरा कम होगा। रिलायंस अगली पीढ़ी का रिटेल नेटवर्क तैयार कर रही है। तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था में इससे रिटेल सेक्टर की दिशा और दशा काफी बदल जाएगी। रिलायंस के आने से लागत घटेगी। सप्लाई चेन में अकुशलता कम होगी। डिलीवरी सुधरेगी और बर्बादी कम होगी। इससे उपभोक्ताओं को भारी फायदा होगा।
पई का यह बयान अंबानी की इसके संबंध में घोषणा के बाद आया है। उन्होंने शुक्रवार को वाइब्रेंट गुजरात समिट में ऑनलाइन-टू-ऑफलाइन रिटेल प्लेटफार्म विकसित करने की योजना के बारे में जानकार दी थी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ग्लोबल कंपनियों के बढ़ते डाटा कोलोनाइजेशन को खत्म करने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया था।
पई ने कहा कि रिलायंस को ई-कॉमर्स क्षेत्र में बड़ा प्रतिस्पर्धी बताते हुए कहा कि उसके पास पूंजी, टेक्नोलॉजी और नेटवर्क है। इसके अलावा बाजार में मजबूत उपस्थिति भी है। कंपनी का दीर्घकालिक नजरिया है और उसके पास अग्रणी बनने का जुनून भी है। रिलायंस का नेक्स्ट जेनरेशन रिटेल नेटवर्क मजबूत फाइबर नेटवर्क पर संचालित होगा। मजबूत सप्लाई चेन के बल पर वह उपभोक्ताओं को उसकी पसंद के मुताबिक ऑनलाइन और ऑफलाइन शॉपिंग का नया अनुभव देगी।
पई ने कहा कि ई-कॉमर्स में रिलायंस के उतरने पर बाजार में खासी हलचल दिखाई देगी। अभी तक इस क्षेत्र की कंपनियां ग्राहकों को डिस्काउंट देकर अपने बाजार खड़ा कर चुकी हैं। उन्होंने डिस्काउंट और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर 50,000 करोड़ रुपये की पूंजी लगाई है।