Move to Jagran APP

ट्रेन में करते हैं सफर! जानें E-Ticket और I-Ticket के बीच का अंतर, कौन-सी टिकट होती है पहले कन्फर्म

Online Ticket Booking आज के समय में ट्रेन में सफर करना काफी आसान हो गया है। अब आप रेलवे स्टेशन के साथ ही ऑनलाइन भी बड़ी आसानी से ट्रेन की टिकट को बुक कर सकते हैं। ऑनलाइन माध्यम से आप ई-टिकट और आई-टिकट बुक कर सकते हैं। आइए. इस आर्टिकल में आपको बताते हैं कि इन दोनों टिकट में क्या अंतर है? (जागरण फाइल फोटो)

By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariPublished: Sat, 23 Sep 2023 08:30 PM (IST)Updated: Sat, 23 Sep 2023 08:30 PM (IST)
जानें E-Ticket और I-Ticket के बीच का अंतर

 नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आप जब भी ट्रेन में सफर करते हैं तो आप स्टेशन पर जाकर या फिर ऑनलाइन टिकट बुक करते हैं। आप जब ऑनलाइन टिकट बुक करते हैं तो आप ई-टिकट या आई-टिकट बुक करते हैं। ऐसे में यह सवाल आता है कि इन दोनों टिकट में से पहले कौन-सा टिकट कंफर्म होता है?

इससे पहले आपको यह जरूर जान लेना चाहिए कि ई-टिकट और आई-टिकट में क्या अंतर है? आपको बता दें कि आप इन दोनों टिकट को आईआरसीटीसी (IRCTC) के ऐप या अधिकारिक वेबसाइट से बुक करवा सकते हैं।

ये भी पढ़ें - Indian Railway: सफर के समय खो या फट जाए ट्रेन की टिकट तो तुरंत करें ये काम, नहीं लगेगा जुर्माना

e-Ticket क्या है?

e-Ticket से आप समझ सकते हैं कि इलेक्‍ट्रॉनिक टिकट। आप इस टिकट को आसानी से प्रिंट भी करवा सकते हैं। यह टिकट केवल ऑनलाइन ही बुक होती है। कई लोग इस टिकट को डिजिटल टिकट भी कहते हैं। अगर इस टिकट स्टेटस वेटिंग में रहता है तो आप फिर ट्रेन में सफर नहीं कर सकते हैं। ऐसे में आप जब भी ई-टिकट बुक करते हैं तो ध्यान रहें कि इसके कंफर्म होने के बाद ही आप सफर कर सकते हैं। वहीं अगर इस टिकट को कैंसिल करते हैं तो आपके अकाउंट में पैसे वापस आ जाते हैं।

I-Ticket क्या है?

I-Ticket को इंटरनेट टिकट कहा जाता है। यह टिकट यात्रा से 3 दिन पहले बुक करवाना जरूरी होता है। यह टिकट आपको ऑनलाइन बुक करना होता है। यह टिकट आपके एड्रेस पर डिलीवरी होता है। इस वजह से इस टिकट को 3 दिन पहले बुक करना होता है।

ये भी पढ़ें - Indian Railway Rules: ट्रेन में बैठने के बाद भूलकर भी न करें ये काम, उठाना पड़ सकता है भारी नुकसान

कौन-सी टिकट पहले कंफर्म होती है

आपको बता दें कि यह दोनों टिकट वेटिंग लिस्ट के हिसाब से कंफर्म होती है। अगर आई-टिकट कंफर्म नहीं है तब भी आप ट्रेन में सफर कर सकते हैं। ऐसे में आप इस टिकट को विंडो टिकट की तरह ही मान सकते हैं। अगर आप वेटिंग टिकट को कैंसिल कर सकते हैं। यह ई-टिकट की तरह ऑटोमेटिक कैंसिल नहीं होता है।   

 


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.