NTPC कच्छ में बनाएगी देश का सबसे बड़ा सोलर पार्क, वर्ष 2032 तक गैर-पारंपरिक स्रोतों से 60,000 मेगावाट बिजली बनाने का लक्ष्य
देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी (NTPC) ने अगले 10 वर्षो में गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों से 60000 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा है। इसके लिए कंपनी गुजरात के कच्छ में 4750 मेगावाट क्षमता का सोलर पार्क स्थापित करेगी।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी (NTPC) ने अगले 10 वर्षो में गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों से 60,000 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा है। इसके लिए कंपनी गुजरात के कच्छ में 4,750 मेगावाट क्षमता का सोलर पार्क स्थापित करेगी। कंपनी ने कहा है कि उसकी सहायक शाखा एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (एनटीपीसी आरइएल) को नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने सबसे बड़ा ऊर्जा प्लांट स्थापित करने की इजाजत दे दी है।
हाल ही में निजी सेक्टर की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र के लिए बड़ी घोषणा की थी। इससे यह भी संकेत मिल रहा है कि आने वाले दिनों में गुजरात गैर-परंपरागत ऊर्जा क्षेत्र में सबसे बड़े राज्य के तौर पर स्थापित होगा। इन दोनो कंपनियों के अलावा अदाणी ग्रुप भी गुजरात में तेजी से अपनी सोलर प्लांट क्षमता में विस्तार करने में जुटा है। रिलायंस की तरह एनटीपीसी ने भी कहा है कि स्थापित होने वाले सोलर प्लांट में ग्रीन हाइड्रोजन बनाने पर भी जोर देगी।
एनटीपीसी पिछले पांच वर्षों से छोटे-छोटे सोलर प्लांट लगा रही है। अभी सौर ऊर्जा व दूसरे गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों से बिजली बनाने की इसकी कुल क्षमता 6,600 मेगावाट है। इसे वर्ष 2032 तक 60,000 मेगावाट पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इसका बड़ा हिस्सा गुजरात में होगा। कंपनी की 1,800 मेगावाट की परियोजनाओं पर काम चल रहा है।
हालांकि, कंपनी ने यह नहीं बताया है कि इसके लिए पूंजी का इंतजाम कैसे होगा। मोटे तौर पर प्रति मेगावाट क्षमता के सोलर प्लांट लगाने पर चार करोड़ रुपये की लागत आती है, इस हिसाब से देखा जाए तो कंपनी को कुल 2.40-2.50 लाख करोड़ रुपये का निवेश करना होगा।