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    आईपीओ आने से पहले बढ़ी NSE के शेयरों की मांग, अनलिस्टेड मार्केट में उछला भाव, जानिए मौजूदा कीमत

    Updated: Fri, 30 May 2025 02:46 PM (IST)

    NSE Unlisted Shares नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के प्रस्तावित आईपीओ को लेकर काफी चर्चाएं हो रही हैं। लेकिन पब्लिक इश्यू आने से पहले ही निवेशकों में इसके शेयरों को खरीदने की होड़ मची हुई है। 15 मई को अनलिस्टेड मार्केट में एनएसई के शेयरों का भाव 1700 रुपये था लेकिन अब मौजूदा कीमत 2419 रुपये के करीब है।

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    एनएसई के शेयर अनलिस्टेड मार्केट में एक महीने में 40 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ गए हैं।

    नई दिल्ली. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का आईपीओ जल्द आ सकता है। लेकिन, इसके शेयरों की मांग अभी से बढ़ने लगी है, और अनलिस्टेड मार्केट में एनएसई के शेयरों (NSE Unlisted Shares) में तेजी से उछाल आया है, और बीते एक महीने में शेयर 42 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ गए हैं। 15 मई को एनएसई के शेयरों का भाव 1700 रुपये था लेकिन अब कीमत 2419 रुपये पर है।

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    दरअसल, एनएसई और इसके प्रस्तावित आईपीओ को लेकर आ रही खबरों से निवेशकों के बीच इसके शेयरों की मांग बढ़ रही है, खासकर, जो प्री-आईपीओ बाजार में शेयर खरीदने के लिए दौड़ रहे हैं। इसके अलावा, 6 प्रमुख कारण हैं जो नॉन-लिस्टेड मार्केट में एनएसई के शेयर की कीमत को बढ़ा रहे हैं।

    आईपीओ और बोनस शेयर से बढ़ी मांग

    एनएसई और रेगुलेटर सेबी के बीच लंबे समय से को-लोकेशन मामले को लेकर विवाद चल रहा है. इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि एनएसई ने इस केस के सेटलमेंट के लिए 1,000 करोड़ रुपये की योजना बनाई है। वहीं, सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडे भी कह चुके हैं कि एनएसई आईपीओ के आवेदन में ऐसा कुछ नहीं है जिसे सुलझाया न जा सके।

    इसके अलावा, रिटेल इन्वेस्टर्स के बीच एनएसई के नॉन-लिस्टेड शेयरों की मजबूत मांग इसके हालिया तिमाही नतीजों और 4:1 बोनस एक्शन के बाद बढ़ी है।

    ये भी पढ़ें- NSE F&O Stocks: भारत डायनामिक्स और रेल विकास निगम समेत ये 9 शेयर हुए F&O में शामिल, देखें इनके नाम और लॉट साइज

    एनएसई में ग्लोबल इंटरेस्ट बढ़ने के बाद इसके वैल्युएशन में तेज वृद्धि देखी गई है। NSE का वैल्युएशन लगभग 5.7 लाख करोड़ ($50 बिलियन) तक बढ़ गया है, जिससे नए HNI और रिटेल इन्वेस्टर्स आकर्षित हुए हैं।

    चूंकि,एनएसई की शेयर बाजार में बादशाहत है, और यह दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज है। हालांकि, ट्रेडिंग वॉल्यूम के हिसाब से एनएसई दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है।

    इसके अलावा, निवेशक एनएसई के आगामी आईपीओ को लेकर आशावादी हैं, जिससे इससे काफी अच्छा प्राइस मिलने की उम्मीद है। यही वजह है कि नॉन-लिस्टेड शेयरों की मांग बढ़ेगी। सेबी चीफ तुहिन कांत पांडे ने कहा कि एनएसई का आईपीओ जल्द आ सकता है लेकिन मैं आपको समयसीमा नहीं बता सकता."