Tata Trust में नई पीढ़ी की एंट्री, नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा बोर्ड में शामिल; वी श्रीनिवासन का बढ़ गया कार्यकाल
नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा को टाटा ट्रस्ट में शामिल किया गया है। वी श्रीनिवासन को भी ट्रस्टी बनाया गया है। यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। नेविल टाटा की नियुक्ति और वी श्रीनिवासन का अनुभव ट्रस्ट को मजबूती प्रदान करेगा, जिससे ट्रस्ट के कार्यों में तेजी आएगी।
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नोएल टाटा के बेटे नेविल Tata Trust में शामिल, इस ट्रस्ट के ट्रस्टी बने वी श्रीनिवासन।
नई दिल्ली| नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा को सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट (SDTT) के बोर्ड में शामिल किया गया है। वहीं, लंबे समय से टाटा ग्रुप से जुड़े भास्कर भट को भी ट्रस्टी बनाया गया और वेणु श्रीनिवासन को तीन साल के कार्यकाल के लिए फिर से नियुक्त किया गया है। टाटा ट्रस्ट्स ने मंगलवार को लेटर जारी कर इस बात की घोषणा की।
यह फैसला बुधवार, 12 नवंबर से लागू होगा। टाटा ट्रस्ट ने यह कदम ऐसे समय उठाया है, जब महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में एक नया ऑर्डिनेंस लागू किया है। इसके तहत अब ट्रस्ट अपने सभी सदस्यों को आजीवन ट्रस्टी नहीं बना सकते।
दरअसल, महाराष्ट्र सरकार के हालिया ऑर्डिनेंस के तहत अब किसी भी ट्रस्ट में आजीवन ट्रस्टी (Lifetime Trustee) की संख्या कुल सदस्यों की एक-चौथाई से ज्यादा नहीं हो सकती। इसी नियम को ध्यान में रखते हुए श्रीनिवासन का कार्यकाल अब लाइफटाइम की जगह तीन साल का कर दिया गया है।
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नेविल टाटा- टाटा ग्रुप की नई पीढ़ी का चेहरा (Who is Neville Tata)
32 वर्षीय नेविल टाटा, टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन नोएल टाटा (Noel Tata) के बेटे हैं। उन्होंने लंदन के Bayes Business School से ग्रेजुएशन किया है। उन्होंने 2016 में ट्रेंट लिमिटेड में काम शुरू किया था, जहां शुरुआत में उन्होंने फूड्स एंड बेवरेजेज वर्टिकल संभाला। बाद में वे Zudio ब्रांड के बिजनेस हेड बने, जिसकी ग्रोथ हाल के वर्षों में काफी तेज रही है।
वर्तमान में नेविल टाटा जेआरडी टाटा ट्रस्ट (JRD Tata Trust), टाटा सोशल वेलफेयर ट्रस्ट (Tata Social Welfare Trust) और आरडी टाटा ट्रस्ट (RD Tata Trust) के बोर्ड में भी हैं। अब यह भी अटकलें हैं कि जल्द ही उन्हें सर रतन टाटा ट्रस्ट (SRTT) के बोर्ड में भी शामिल किया जा सकता है। गौरतलब है कि SRTT और SDTT मिलकर Tata Sons में 51% से ज्यादा हिस्सेदारी रखते हैं।
भास्कर भट का अनुभव बनेगा मजबूती का स्तंभ (Who is bhaskar bhat)
71 वर्षीय भास्कर भट टाटा ग्रुप के वरिष्ठ चेहरे हैं। उन्होंने IIT-मद्रास और IIM-अहमदाबाद से पढ़ाई की और 1978 में Godrej & Boyce से करियर शुरू किया। बाद में वह टाइटन कंपनी से जुड़े, जहां वे 2002 से 2019 तक मैनेजिंग डायरेक्टर रहे। उनकी लीडरशिप में टाइटन ने घड़ी से आगे बढ़कर ज्वेलरी, आईवियर, फ्रैगरेंस और साड़ी तक अपना पोर्टफोलियो बढ़ाया और आज यह टाटा समूह की दूसरी सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी बन चुकी है।
1892 में हुई थी टाटा ट्रस्ट्स की शुरुआत
टाटा ट्रस्ट्स, जिसकी स्थापना 1892 में हुई थी, भारत की सबसे पुरानी और एशिया की सबसे बड़ी परोपकारी संस्थाओं में से एक है। यह हेल्थ, एजुकेशन, न्यूट्रिशन, वाटर और सैनिटेशन जैसे सामाजिक क्षेत्रों में काम करती है। नेविल टाटा की एंट्री के साथ अब टाटा ट्रस्ट्स में नई पीढ़ी की शुरुआत मानी जा रही है, जो टाटा समूह की परंपरा को आगे ले जाने की जिम्मेदारी उठाएगी।

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