चेक अब कुछ घंटों में होंगे क्लियर, लेकिन नई प्रणाली में आ रहीं शुरुआती दिक्कतें; NPCI ने दी सफाई
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने बताया कि नई चेक क्लियरिंग प्रणाली में कुछ तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं, लेकिन ज्यादातर हल हो गई हैं। आरबीआई के नए नियम के अनुसार, चेक उसी दिन क्लियर हो रहे हैं। एनपीसीआई ने 2.56 करोड़ चेक क्लियर किए हैं, जिनका मूल्य 3.01 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। ग्राहकों को हुई देरी के लिए एनपीसीआई ने खेद जताया और सुचारू प्रणाली के लिए प्रतिबद्धता जताई।

चेक क्लियरिंग सिस्टम में अब भी कुछ शुरुआती तकनीकी दिक्कतें बनी हुई हैं।
नई दिल्ली| भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने बताया है कि नए चेक क्लियरिंग सिस्टम में अब भी कुछ शुरुआती तकनीकी दिक्कतें बनी हुई हैं। दरअसल, रिजर्व बैंक (RBI) ने 4 अक्टूबर को नया नियम लागू किया था, जिसके तहत अब चेक उसी दिन क्लियर होने लगे हैं। पहले इसमें दो दिन तक का समय लगता था।
2.56 करोड़ के चेक क्लियर
एनपीसीआई ने कहा कि अब तक केंद्रीय प्रणाली के जरिए 2.56 करोड़ चेक क्लियर किए जा चुके हैं, जिनकी कुल वैल्यू 3.01 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है। संस्था ने बताया कि बैंकों द्वारा भेजे गए हर चेक को क्लियर कर दिया गया है और उसके साथ पॉजिटिव और नेगेटिव नोट जोड़े गए हैं, ताकि ग्राहकों के खाते में राशि सही तरीके से जमा हो सके।
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ज्यादातर दिक्कतें हल हो चुकी- NPCI
बयान में कहा गया है कि, "ज्यादातर दिक्कतें हल हो चुकी हैं, लेकिन केंद्रीय और कुछ बैंकों की प्रणालियों में शुरुआती समस्याएं अभी भी दिखाई दे रही हैं। सभी चेक का भुगतान उसी दिन सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम जारी है।"
एनपीसीआई ने यह भी स्वीकार किया कि शुरुआत में कई ग्राहकों को चेक क्लियरिंग में देरी का सामना करना पड़ा। संस्था ने कहा, "इन देरी के कारण हुई असुविधा के लिए हमें खेद है। हम एक सुचारू और तेज चेक क्लियरिंग सिस्टम सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।"
सेटलमेंट सिस्टम का संचालन करती एनपीसीआई
एनपीसीआई भारत में रीटेल पेमेंट और सेटलमेंट सिस्टम का संचालन करती है। इसकी स्थापना आरबीआई और इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) ने की थी। नए सिस्टम का उद्देश्य ग्राहकों को तेज पारदर्शी और सुरक्षित लेन-देन का अनुभव देना है, ताकि भविष्य में चेक क्लियरिंग पूरी तरह ऑटोमेटेड और रियल-टाइम हो सके।
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