कोगटा फाइनेंशियल ने मल्टीपल्स प्राइवेट इक्विटी के नेतृत्व में जुटाए 864 करोड़ रुपए
1996 में स्थापित इस कंपनी को तीन डायनामिक उद्यमियों की एक टीम द्वारा बनाया गया था। कोगटा वर्तमान में नई पीढ़ी के लीडर्स के साथ-साथ अनुभवी और इनोवेटिव टीम द्वारा संचालित है। व्हीकल फाइनेंस और एमएसएमई फाइनेंस मार्केट में सबसे तेजी से बढ़ते एनबीएफसी में से एक है।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। कोगटा फाइनेंशियल (इंडिया) लिमिटेड (Kogta Financial India Limited) ने कई प्राइवेट इक्विटी से 846 करोड़ रुपये का फंड जुटाए हैं। इसके लिए सीरीज डी राउंड में निवेश में करने के लिए दोनों के बीच साइन किया गया है। यह कंपनी एक तेजी से बढ़ती रिटेल एनबीएफसी है जिसे सिक्योर्ड रिटेल व्हीकर और एमएसएमई फाइनेंसिंग में विशेषज्ञता हासिल है।
जिन प्राइवेट इक्विटी ने कंपनी में निवेश किया है उसमें कनाडा पेंशन प्लान इनवेस्टमेंट बोर्ड (सीपीपी निवेश), मल्टीपल्स (Multiples Private Equity) और मौजूदा निवेशकों मॉर्गन स्टेनली प्राइवेट इक्विटी एशिया और क्रीडर IV एलपी ने भी इस राउंड में भाग लिया। उत्पादों और क्षेत्रों में कोगटा की तेज ग्रोथ को और आगे बढ़ाने के लिए फंड का उपयोग प्राइमरी कैपिटल के रूप में किया जाएगा। यह सीरीज ए, आईआईएफएल सीड वेंचर फंड में कोगटा के पहले संस्थागत निवेशक को एक्जिट प्रदान करेगा।
इस अवसर पर कोगटा के एमडी और सीईओ अरुण कोगटा ने कहा कि यह कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और मल्टीपल और सीपीपी निवेश के इस कदम का हम स्वागत करते हैं। कोगटा के ईडी और सीएफओ वरुण कोगटा ने कहा, "मल्टीपल्स, सीपीपी इन्वेस्टमेंट्स, मॉर्गन स्टेनली और क्रिएडोर से किया गया निवेश, कोगटा के बिजनेस मॉडल और फाइनैन्शल परफॉरमेंस पर नए और मौजूदा निवेशकों के विश्वास को रेखांकित करता है।
मल्टीपल्स के प्रबंध निदेशक नित्या ईश्वरन ने कहा कि कोगटा की इन-हाउस तकनीक और सिस्टम इसे ग्राहकों को बेहतर टर्नअराउंड टाइम (टीएटी) देने, प्रोडक्टिविटी बढ़ाने और ग्राहक अंतर्दृष्टि (customer insights) बनाने में मदद करते हैं।
कोगटा पुराने वाहनों की फाइनेंसिंग और एमएसएमई लोन में कम सेवा वाले वाहन वित्त बाजार (underserved vehicle finance market ) पर फोकस करता है। राजस्थान में शुरू हुई कोगटा की 175 से ज्यादा शाखाओं का विस्तार अब आठ राज्यों में हो गया है। कमर्शियल वाहनों, यात्री वाहनों, ट्रैक्टर्स और एमएसएमई लोन में कंपनी के पास 2,000 करोड़ से अधिक का असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) है। 2 लाख से ज्यादा ग्राहकों को सेवा दी है।
अक्टूबर 2016 में पहले संस्थागत निवेश (institutional investment) के बाद से कोगटा ने पिछले कुछ वर्षों में तेजी से 50% से ज्यादा सीएजीआर की दर से वृद्धि की है। कोगटा ने कहा कि हमने कोविड के बावजूद पिछले 2 वर्षों के दौरान अपना एयूएम दोगुना बढ़ाया है और हम अगले 2 वर्षों में कंपनी के लिए 5,000 करोड़ रुपये तक बढ़ने का एक मजबूत अवसर देखते हैं।
कोगटा फाइनेंशियल (इंडिया) लिमिटेड व्हीकल फाइनेंस और एमएसएमई फाइनेंस मार्केट में सबसे तेजी से बढ़ते एनबीएफसी में से एक है। 1996 में स्थापित इस कंपनी को तीन डायनामिक उद्यमियों की एक टीम द्वारा बनाया गया था। कोगटा वर्तमान में नई पीढ़ी के लीडर्स के साथ-साथ अनुभवी और इनोवेटिव टीम द्वारा संचालित है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।