MTNL ने अपने कर्मचारियों से की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना की पेशकश, 3 दिसंबर तक ले सकते हैं स्कीम
MTNL के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुनील कुमार ने पहले पीटीआइ को कहा था कि कंपनी के 22000 में से करीब 15 हजार कर्मचारियों के योजना के लिए योग्य होने का अनुमान हैं
नई दिल्ली, पीटीआइ। एमटीएनएल ने अपने कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) की पेशकश की है। कपंनी ने सोमवार को यह पेशकश की है। यह पेशकश ऐसे समय में हुई है, जब कुछ दिन पहले ही सरकार ने बीएसएनएल और एमटीएनएल के लिए राहत पैकेज की घोषणा की है। यह स्कीम गुजरात के वीआरएस मॉडल पर बेस्ड है। यह योजना कर्मचारियों के लिए 3 दिसंबर 2019 तक खुली रहेगी।
एमटीएनएल द्वारा कर्मचारियों को भेजे गए नोटिस में कंपनी ने कहा है कि 31 जनवरी 2020 तक पचास साल और अधिक की आयु वाले सभी रेगुलर और परमानेंट कर्मचारी इस स्कीम का फायदा उठा सकते हैं।
एमटीएनएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुनील कुमार ने पहले पीटीआइ को कहा था कि कंपनी के 22,000 में से करीब 15 हजार कर्मचारियों के योजना के लिए योग्य होने का अनुमान हैं और सरकार द्वारा की गई पेशकश इन सभी को आकर्षित करने वाली है।
कंपनी द्वारा भेजे गए वीआरएस के नोटिस के अनुसार, कर्मचारियों को 46 महीने की एकमुश्त सैलरी बतौर एक्स ग्रेशिया मुआवजा दी जा सकती है।
कुमार ने पीटीआइ को बताया, 'यह योजना कर्मचारियों पर लागत को कम करके राजस्व के 25 फीसद तक ले आएगी, जो इस समय 85 फीसद है।'
गौरतलब है कि सरकार ने बीएसएनएल और एमटीएनएल के साथ 4जी स्पैक्ट्रम आवंटन और स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना के लिए 68,751 करोड़ रुपये का राहत पैकेज अप्रूव किया है।
एमटीएनएल ने इस वीआरएस योजना को तीन हिस्सों में विभाजित किया है। इन तीन हिस्सों में कंबाइड सर्विस, प्रो राटा और एमटीएनएल रिक्रूरिटड एंप्लॉयी हैं। साथ ही नोटिस में यह भी कहा गया है कि जिन कर्मचारियों के खिलाफ विजिलेंस का मामला दर्ज है, उनको भी अनंतिम रूप से वीआरएस योजना का लाभ दिया जा सकता है।