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    यूपी के इस शहर में लिथियम आयन बैटरी होगी रिसाइकिल, आयात पर निर्भरता होगी कम; CM योगी ने आवंटित की जमीन

    Updated: Mon, 30 Jun 2025 04:13 PM (IST)

    मैक्सवोल्ट एनर्जी को उत्तर प्रदेश सरकार ने अलीगढ़ में लिथियम बैटरी रीसाइक्लिंग प्लांट के लिए जमीन आवंटित की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कंपनी को यह आवंटन पत्र सौंपा। यह प्लांट 23524 वर्ग मीटर में बनेगा। मैक्सवोल्ट एनर्जी के सीईओ सतेंद्र शुक्ला ने इसे सर्कुलर बैटरी इकोनॉमी की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। कंपनी का लक्ष्य है कि भारत में ही बैटरियों का निर्माण रखरखाव और पुन उपयोग किया जाए।

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    मैक्सवोल्ट एनर्जी को उत्तर प्रदेश सरकार से बड़ी सौगात मिली है।

     लखनऊ। ग्रीन एनर्जी और बैटरी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र की कंपनी मैक्सवोल्ट एनर्जी (Maxvolt Energy) को उत्तर प्रदेश सरकार से बड़ी सौगात मिली है। कंपनी को अलीगढ़ में लिथियम बैटरी रीसाइक्लिंग प्लांट के लिए जमीन आवंटन पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं प्रदान किया। यह ऐलान "उत्तर प्रदेश – उद्यम प्रदेश" कार्यक्रम के दौरान इंटरनेशनल एमएसएमई डे के अवसर पर लखनऊ स्थित लोक भवन सभा सागर में किया गया। बता दें कि मैक्सवोल्ट एनर्जी  लिस्टेड कंपनी है। इसके शेयर की कीमत 207 रुपये है। 

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    कंपनी ने अलीगढ़ में 23,524 वर्ग मीटर भूमि ( करीब 5.81 एकड़) अधिग्रहित की है, जहां वह एक विश्व स्तरीय अत्याधुनिक लिथियम बैटरी रीसाइक्लिंग और रीपरपजिंग प्लांट की स्थापना करेगी। यह स्थान कंपनी के पहले से मौजूद गाजियाबाद स्थित मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के नजदीक है, जिससे संचालन और आपूर्ति श्रृंखला में बेहतर तालमेल बन सकेगा।

    भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम

    मैक्सवोल्ट एनर्जी के सीईओ सतेंद्र शुक्ला ने इस अवसर पर कहा, "हमें सीएम योगी से यह जमीन आवंटन पत्र प्राप्त करके गर्व महसूस हो रहा है। यह पहल उत्तर प्रदेश में सर्कुलर बैटरी इकोनॉमी को स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। इससे न सिर्फ पर्यावरणीय समस्याओं से निपटने में मदद मिलेगी, बल्कि स्थानीय रोजगार और नवाचार को भी बढ़ावा मिलेगा।"

    कंपनी के को-फाउंडर और सीटीओ विशाल गुप्ता ने कहा कि, "यह परियोजना न केवल मैक्सवोल्ट के लिए बल्कि भारत की हरित ऊर्जा आकांक्षाओं के लिए भी महत्वपूर्ण कदम है। हम भारत में बनी, मेंटेन की गई और फिर से उपयोग की जाने वाली बैटरियों का एक स्थायी इकोसिस्टम विकसित करना चाहते हैं।"