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मेक माय ट्रिप ने आईबीबो ग्रुप को खरीदने का फैसला किया, जानिए इससे जुड़ी 6 बातें

देश की ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी मेक माय ट्रिप ने अपने प्रतिस्पर्धी आईबीबो ग्रुप को खरीदने का फैसला कर लिया है

By Surbhi JainEdited By: Published: Wed, 19 Oct 2016 11:38 AM (IST)Updated: Wed, 19 Oct 2016 04:33 PM (IST)
मेक माय ट्रिप ने आईबीबो ग्रुप को खरीदने का फैसला किया, जानिए इससे जुड़ी 6 बातें

नई दिल्ली: देश की ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी मेक माय ट्रिप ने अपने प्रतिस्पर्धी आईबीबो ग्रुप को खरीदने का फैसला कर लिया है। इस मर्जर से अब मेक माय ट्रिप का डोमेस्टिफक ऑनलाइन होटल बुकिंग में 50 फीसदी कब्जा हो जाएगा और यह ऑनलाइन एयर टिकटिंग में सबसे बड़ी कंपनी बन जाएंगी। हालांकि अभी इस डील को कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) की मंजूरी का इंतजार है।

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क्या बोले मेक माइ ट्रिप के सीईओ:

मेक माय ट्रिप ग्रुप के सीईओ दीप कालरा का कहना है कि, “यह मर्जर भारत में उभरती हुई ट्रैवलिंग इंडस्ट्री को लेकर एक अहम कदम है।” इस डील के जरिए मेक माय ट्रिप का उद्देश्य ऑनलाइन ट्रैवलिंग बाजार में अपने पैर पसारना है। अपने बयान में उन्होंने यह भी कहा, “अब हमारे पास तीन बड़े ब्रांड्स मेक माय ट्रिप, गोआईबीबो और रेडबस हो गए हैं, तीनों ही अपने-अपने क्षेत्र में लीडर हैं। ऐसे ब्रांड्स को रखना बेहद जरूरी है जो लगातार आपके मुनाफे में इजाफा करते रहें। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है कि हम तीनों के जरिए ही फायदा लेंगे।”

बता दें कि आईबीबो ग्रुप के अंतर्गत गोआईबीबो और रेडबस आते हैं। आईबीबो ग्रुप ने जून 2013 में रेडबस डॉट इन का अधिग्रहण किया था। यूजर्स गोआईबीबो का इस्तेमाल होटल और एयरटिकट बुक करने के लिए करते हैं। वहीं रेडबस एक बस बुकिंग पोर्टल है जिसमें ग्राहक अपनी मन चाही सीट बुक कर सकते हैं। वहीं मेक माय ट्रिप का होटल और फ्लाइट्स की ऑनलाइन बुकिंग में लगभग 30 फीसदी पर काबिज है।

जानिए इस डील से जुड़ी खास बातें:

  1. मेक माइट्रिप में आईबिबो ग्रुप के विलय से मेक माइट्रिप, गोआईबिबो, रेडबस, राइटस्टे और राइड एक ही बैनर तले आ जाएंगे।
  2. मेक माइट्रिप और आईबिबो में से किसी ने यह जानकारी नहीं दी है कि यह डील कितने में हुई है। हालांकि अनुमान लगाया जा रहा है कि यह डील 12 हजार करोड़ रुपये में हुई है।
  3. विलय के फैसले के बाद आईबिबो के अंतर्गत काम करने वालीं दो कंपनियां नैस्पर्स और टेनसेंट, मेकमाइट्रिप से नए शेयर लेकर इबोबो को दे देंगी।
  4. इस डील के बाद मेकमाइट्रिप के शेयरधारकों के पास 60 फीसदी और आईबिबो के शेयरधारकों के पास 40 फीसदी हिस्सेदारी रह जाएंगी। नैस्पर्स और टेनसेंट, मेक माइट्रिप का सबसे बड़ा शेयरधारक होगा।दीप कालरा और राजेश मैगो मेकमाइट्रिप के एग्जिक्युटिव चेयरमैन और इंडिया सीईओ बने रहेंगे। आईबिबो के आशीष कश्यप नए बोर्ड में ग्रुप प्रेजिडेंट के रूप में ज्वाइन करेंगे।
  5. इस डील के बाद अब मेक माईट्रिप को क्लियरट्रिप, बुकिंग डॉट कॉम कॉम और एक्सपीडिया जैसे स्टार्टअप्स से जूझना होगा।
  6. इस साल दिसंबर के आखिर तक अंतिम ट्रांजैक्शन के पूरा होने की उम्मीद है, जिसके बाद आईबिबो पर मेकमाइट्रिप का 100% अधिकार हो जाएगा।

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