Laxmi Dental IPO: लक्ष्मी डेंटल का अगले हफ्ते खुलेगा आईपीओ, जानिए प्राइस बैंड समेत पूरी डिटेल
लक्ष्मी डेंटल ने अपने नए इश्यू के साइज को 150 करोड़ रुपये से घटाकर 138 करोड़ रुपये कर दिया है। वहीं ओएफएस का आकार 1.28 करोड़ इक्विटी शेयरों से बढ़ाकर लगभग 1.31 करोड़ शेयर कर दिया है। कंपनी के मुताबिक आईपीओ को 15 जनवरी तक सब्सक्राइब किया जा सकेगा। वहीं एंकर निवेशकों के लिए बिडिंग एक दिन के लिए 10 जनवरी को खुलेगी।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। ऑर्बिमेड के निवेश वाली लक्ष्मी डेंटल (Laxmi Dental) 698 करोड़ रुपये का आईपीओ ला रही है। कंपनी ने इसके लिए प्राइस बैंड 407-428 रुपये प्रति शेयर तय किया है। निवेशकों को आईपीओ में अप्लाई के लिए कम से कम 33 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगानी होगी। इसे 13 जनवरी से 17 जनवरी तक सब्सक्राइब किया जा सकेगा।
लक्ष्मी डेंटल ने अपने नए इश्यू के साइज को 150 करोड़ रुपये से घटाकर 138 करोड़ रुपये कर दिया है। वहीं ओएफएस का आकार 1.28 करोड़ इक्विटी शेयरों से बढ़ाकर लगभग 1.31 करोड़ शेयर कर दिया है। कंपनी के मुताबिक, आईपीओ को 15 जनवरी तक सब्सक्राइब किया जा सकेगा। वहीं, एंकर निवेशकों के लिए बिडिंग एक दिन के लिए 10 जनवरी को खुलेगी।
7 जनवरी को दाखिल रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (आरएचपी) के अनुसार, आईपीओ में लक्ष्मी डेंटल के प्रमोटर- राजेश व्रजलाल खाखर और समीर कमलेश मर्चेंट और अन्य शेयरधारक कुछ हिस्सेदारी भी बेचेंगे। ओएफएस के तहत, निवेशक ऑर्बिमेड एशिया II मॉरीशस लिमिटेड प्रमुख बी2सी डेंटल एलाइनर कंपनी लक्ष्मी डेंटल के शेयर भी बेचेगा। ऑर्बिमेड हेल्थकेयर इंडस्ट्री के सबसे बड़े निवेशकों में से एक है।
लक्ष्मी डेंटल का शेयरहोल्डिंग पैटर्न
लक्ष्मी डेंटल में प्रमोटर ग्रुप की 46.56 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। वहीं, पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास 53.44 प्रतिशत हिस्सेदारी है। आरएचपी के अनुसार, फ्रेश इश्यू से मिली रकम का इस्तेमाल कर्ज चुकाने और पूंजीगत व्यय जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
लक्ष्मी डेंटल अपनी सहायक कंपनी बिजडेंट डिवाइसेज प्राइवेट लिमिटेड में निवेश और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए भी आईपीओ की रकम का इस्तेमाल करेगी।
लक्ष्मी डेंटल के आईपीओ का अलॉटमेंट 16 जनवरी को होगा। वहीं, शेयरों की लिस्टिंग 20 जनवरी को होगी। इसके शेयर बीएसई और एनएसई दोनों स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होंगे।
लक्ष्मी डेंटल का कारोबार क्या है?
लक्ष्मी डेंटल प्रोडक्ट बनाती हैं। इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में कस्टम-मेड क्राउन और ब्रिज, ब्रांडेड डेंटल उत्पाद जैसे एलाइनर सॉल्यूशन शामिल हैं। इसके इश्यू साइज का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए और बाकी 10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए रिजर्व है।
नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट, मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं। वहीं एमयूएफजी इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (पूर्व में लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) आईपीओ के लिए रजिस्ट्रार है।
यह भी पढ़ें : Reliance Target Price: रिलायंस पर ब्रोकरेज बुलिश, शेयरों में आ सकता है 36 फीसदी का उछाल
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।