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    PM मोदी की जापान यात्रा से पहले भारत को बड़ा गिफ्ट, ये जापानी कंपनी करेगी ₹70 हजार करोड़ निवेश, होगा बड़ा कारनामा!

    मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki Investment in India) ने भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का उत्पादन शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हंसलपुर विनिर्माण संयंत्र का उद्घाटन किया। सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन अगले 5-6 वर्षों में भारत में 70000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी जिससे यह इलेक्ट्रिक वाहनों का वैश्विक केंद्र बनेगा। इस निवेश से उत्पादन क्षमता बढ़ेगी और नए इलेक्ट्रिक मॉडलों का विकास होगा।

    By Ashish Kushwaha Edited By: Ashish Kushwaha Updated: Tue, 26 Aug 2025 01:35 PM (IST)
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    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi Japan Visit) 30 अगस्त को 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले हैं।

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi Japan Visit) 30 अगस्त को 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले हैं। इस बीच जापान की कंपनी सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन (Maruti Suzuki EV) ने अगले 5-6 वर्षों में भारत में 70,000 करोड़ रुपये की निवेश करने की घोषणा की है। इससे वह इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक वैश्विक केंद्र स्थापित करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कंपनी के नए हंसलपुर विनिर्माण संयंत्र का उद्घाटन किया है।

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    इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, जापान के राजदूत केइची ओनो, सुजुकी मोटर के अध्यक्ष तोशीहिरो सुजुकी और ब्रांड के अन्य अधिकारी मौजूद थे।

    मारुति सुजुकी ई-विटारा के उत्पादन को हरी झंडी दिखाने के बाद सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष तोशीहिरो सुजुकी ने अपने भाषण में घोषणा की कि जापानी निर्माता अगले पांच से छह वर्षों में भारत में 70 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा।

    यह भी पढ़ें: Maruti Suzuki Grand Vitara के CNG वेरिएंट को खरीदकर है लाना, दो लाख रुपये की Down Payment के बाद कितनी जाएगी EMI, जानें डिटेल

    किसके लिए कितनी रकम

    यह निवेश विनिर्माण, अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) और स्थिरता संबंधी पहलों में फैला होगा। उत्पादन क्षमता को सालाना 10 लाख यूनिट्स तक बढ़ाने के लिए 32,000 करोड़ रुपये तय किए गए हैं। 23,240 करोड़ रुपये नए मॉडलों के विकास के लिए दिए जाएँगे, जिनमें 2030 तक चार बीईवी (बेहतर इलेक्ट्रिक वाहन) शामिल हैं, जिसकी शुरुआत ई-विटारा (Maruti eVitara) से होगी। 15,000 करोड़ रुपये कार्बन-तटस्थ पहलों और विनिर्माण गुणवत्ता बनाने में मदद करेंगे।

    इलेक्ट्रिक कारों के अलावा, सुजुकी की योजना (Maruti Suzuki Investment in India) में हाइब्रिड और सीएनजी पेशकशों का विस्तार करना और नवीकरणीय ईंधन के लिए मवेशियों के अपशिष्ट का उपयोग करते हुए बायोगैस परियोजना शुरू करना शामिल है। यह पहल भारत के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों के साथ है और ग्रामीण अर्थव्यवस्थाओं को समर्थन प्रदान करती है।

    सुजुकी की भारतीय शाखा, मारुति सुजुकी, 2030-31 तक अपने निर्यात को तिगुना बढ़ाकर 7.5 लाख इकाई सालाना करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। भारत के कुल यात्री वाहन निर्यात में पहले से ही 40% का योगदान दे रही यह कंपनी सरकार के "मेक इन इंडिया" कार्यक्रम के तहत नए बाजारों में आक्रामक रूप से विस्तार कर रही है।

    2030 तक, सुजुकी-मारुति भारत में 50% बाजार हिस्सेदारी हासिल करने और विनिर्माण, बिक्री और वैश्विक वितरण में इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में अग्रणी बनने की योजना बना रही है।