रूसी तेल पर टैरिफ प्रस्ताव: जयशंकर ने अमेरिकी सीनेटर को बताई भारत की चिंताएं
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम को रूस से तेल खरीदने पर 500% टैरिफ के प्रस्ताव पर भारत की चिंताएँ बताईं। जयशंकर ने कहा कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा के हितों से ग्राहम को अवगत कराया गया है। भारतीय दूतावास इस मामले पर सीनेटर के संपर्क में है।
वाशिंगटन: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को बताया कि रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर 500 प्रतिशत टैरिफ का प्रस्ताव करने वाले अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम के साथ भारत ने अपनी ¨चिंताओं को साझा किया है।
जयशंकर ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा, ''मुझे लगता है कि हमारी ¨चताओं और ऊर्जा सुरक्षा के बारे में हमारे हितों से उन्हें अवगत करा दिया गया है।'' ग्राहम द्वारा प्रस्तावित कानून में कहा गया है कि अगर मास्को यूक्रेन के साथ शांति वार्ता में भाग लेने से इन्कार करता है तो रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर 500 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा। जयशंकर ने कहा कि भारतीय दूतावास और अधिकारी इस मुद्दे पर ग्राहम के संपर्क में हैं।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी संसद में होने वाले ऐसे किसी भी घटनाक्रम में भारत की दिलचस्पी है, अगर यह देश के हित को प्रभावित करता है या प्रभावित कर सकता है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा पहलगाम हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कठघरे में लाने के आह्वान के अनुरूप एक बयान में जयशंकर ने कहा कि आपरेशन ¨सदूर ने दुनिया को बहुत स्पष्टता से बताया कि भारत आतंकवाद के विरुद्ध कार्रवाई करेगा।
उन्होंने कहा, ''क्वाड का बयान और सुरक्षा परिषद का 25 अप्रैल का बयान हमारे लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें कहा गया था कि आतंक के साजिशकर्ताओं को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। उन्हें न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि हमें तब दुनिया को बताना होगा कि हमने क्या किया। सात मई को आपरेशन ¨सदूर का उद्देश्य यह था कि अगर आतंकी हमले होते हैं तो हम इसके साजिशकर्ताओं, समर्थकों व वित्तपोषकों के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे। मुझे लगता है कि यह संदेश बहुत स्पष्टता के साथ दिया गया था।'
काश पटेल व तुलसी गबार्ड से भी मुलाकात
विदेश मंत्री जयशंकर ने बुधवार को वा¨शगटन में एफबीआइ निदेशक काश पटेल के साथ बैठक की। उन्होंने संगठित अपराध, मादक पदार्थों की तस्करी और आतंकवाद का मुकाबला करने में भारत और अमेरिका के बीच सहयोग की सराहना की। इससे पहले जयशंकर ने अमेरिका की नेशनल इंटेलीजेंस की निदेशक तुलसी गबार्ड के साथ बैठक की और वैश्विक स्थिति और द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की।
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