ITR Filing 2025: पहले 5 दिन में 1.23 लाख रिटर्न फाइल, जानिए कब शुरू होगा refund process
ITR Filing 2025 वित्त वर्ष 2024-25 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग शुरू होने के पहले 5 दिनों में ही करीब सवा लाख रिटर्न फाइल हुए हैं। हालांकि इस वर्ष रिटर्न फाइलिंग थोड़ी देर से शुरू हुई है। इस खबर में हम बता रहे हैं कि फाइलिंग के बाद रिटर्न की प्रोसेसिंग कब शुरू होगी। जिन टैक्सपेयर्स का रिफंड बनता है उन्हें कब तक इसके मिलने की उम्मीद है।

वित्त वर्ष 2024-25 या आकलन वर्ष 2025-26 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल (Income Tax Return filing 2025) करना आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है। पहले पांच दिनों में 1.23 लाख से ज्यादा रिटर्न (ITR) फाइल हुए हैं। इनमें से 90% रिटर्न वेरिफाई भी किए जा चुके हैं। अब लोगों का ध्यान इस बात पर है कि आयकर विभाग रिटर्न की प्रोसेसिंग और रिफंड (ITR refund status) कब शुरू करेगा।
इस साल देरी से शुरू हुई रिटर्न फाइलिंग
Income Tax Department ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए एक्सेल-आधारित यूटिलिटी (V1.0) और वैलिडेशन टूल जारी करने के साथ फाइलिंग प्रक्रिया शुरू की है। ये टूल ITR-1 (सहज) और ITR-4 (सुगम) को सपोर्ट करते हैं। ऑफलाइन टूल जारी करने के तुरंत बाद विभाग ने ई-फाइलिंग पोर्टल के माध्यम से पहले से भरे गए (प्री-फिल्ड) डेटा के साथ ITR-1 और ITR-4 की ऑनलाइन फाइलिंग भी शुरू कर दी।
इस साल की ITR फाइलिंग फॉर्म और संबंधित यूटिलिटी के देरी से जारी होने के कारण फाइलिंग सामान्य की तुलना में देर से शुरू हुई। ITR फॉर्म तो अप्रैल के आखिर में उपलब्ध हो गए थे, लेकिन फाइलिंग यूटिलिटी कुछ समय बाद ही उपलब्ध हो पाईं।
पहले पांच दिन में इतने रिटर्न फाइल
देरी से शुरू होने के बाद टैक्सपेयर तेजी से रिटर्न फाइल कर रहे हैं। यूटिलिटी रिलीज होने के सिर्फ 5 दिनों के भीतर 1.23 लाख (ITR e-filing statistics) से अधिक ITR फाइल किए गए और 1.12 लाख से अधिक वेरिफाई किए गए हैं। अब टैक्सपेयर्स के मन में यह सवाल उठ रहा है कि ITR की प्रोसेसिंग और रिफंड की प्रक्रिया कब शुरू होगी।
रिटर्न की प्रोसेसिंग और रिफंड कब तक
ब्रोकिंग फर्म एंजेल वन ने एक ब्लॉग में लिखा है कि आयकर विभाग जून 2025 के मध्य तक रिटर्न की प्रोसेसिंग शुरू कर सकता है। टैक्सपेयर की ओर से कोई गलती न होने की स्थिति में आम तौर पर सूचना जारी होने के 5 से 7 दिनों के भीतर रिफंड उसके बैंक खाते में आ जाता है।
रिटर्न प्रोसेस करने से पहले सेंट्रलाइज्ड प्रोसेसिंग सेंटर (CPC) रिटर्न में दाखिल किए गए डेटा को थर्ड-पार्टी स्रोतों से वेरिफाई करता है। इन स्रोतों में फॉर्म 26AS, एनुअल इन्फॉर्मेशन स्टेटमेंट (AIS) और टैक्सपेयर इन्फॉर्मेशन समरी (TIS) शामिल हैं।
ये डेटा वित्तीय संस्थाओं, एम्प्लॉयर और अन्य संस्थाओं की तरफ से TDS रिटर्न के दौरान दी गई जानकारी के आधार पर भरे जाते हैं। पिछली तिमाही के लिए TDS रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तारीख 31 मई है, इसलिए अंतिम डेटा जल्दी ही आयकर पोर्टल पर दिखाई देने की उम्मीद है।
CPC सफल वेरिफिकेशन के बाद ही रिटर्न की प्रोसेसिंग शुरू करता है। यह वेरिफिकेशन आधार OTP, नेट बैंकिंग का उपयोग करके या बेंगलुरु CPC कार्यालय में ITR-V को भौतिक रूप से प्रस्तुत करके पूरा किया जा सकता है। वेरिफिकेशन के बिना रिटर्न की प्रोसेसिंग नहीं होती है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।