IT Sector में निवेश का सही मौका, मिलेगा कितना फायदा? मोतीलाल ओसवाल ने जारी की सेक्टर ऑफ द वीक रिपोर्ट
IT investment insights जहां देश की बड़ी आईटी कंपनियों की रफ्तार धीमी है। वहीं मिड-साइज कंपनियां तेज़ी दिखा रही हैं जिनका राजस्व 7% तक बढ़ सकता है। डॉलर की कमजोरी ने रुपए में कमाई को थोड़ा सहारा दिया है। इस बीच ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने सेक्टर ऑफ द वीक रिपोर्ट जारी की है। जिसमें फर्म ने बताया है कि कौन की कंपनियां बेहतर रिटर्न दे सकती हैं।
नई दिल्ली| IT sector report : एक समय था जब भारतीय आईटी सेक्टर (IT sector growth) दुनिया भर की बड़ी कंपनियों के बीच डिजिटल पार्टनर बनकर छा गया था। लेकिन बीते कुछ समय से इस इंडस्ट्री में लगातार झटके लग रहे हैं। कभी अमेरिका में मंदी की आशंका, कभी यूरोप में जियोपॉलिटिकल टेंशन (geopolitics tension) तो कभी क्लाइंट्स का खर्च घटाना। ऐसे माहौल में आईटी सेक्टर ने जितना हो सका, संभलकर कदम रखा है। हालांकि कुछ बड़ी डील्स टल गईं और क्लाइंट्स का खर्च सीमित रहा। फिर भी सेक्टर ने बड़े पैमाने पर प्रोजेक्ट्स में कटौती या रुकावट से खुद को बचा लिया।
जहां बड़ी कंपनियों की रफ्तार धीमी है। वहीं मिड-साइज कंपनियां तेज़ी दिखा रही हैं, जिनका राजस्व 7% तक बढ़ सकता है। डॉलर की कमजोरी ने रुपए में कमाई को थोड़ा सहारा दिया है। इस बीच मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज़ (Motilal Oswal) की रिसर्च डेस्क ने जागरण बिजनेस के लिए एक्सक्लूसिव सेक्टर ऑफ द वीक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि आने वाले दिनों में आईटी सेक्टर में निवेश की क्या संभावनाए हैं?
AI में बढ़ती रुचि कराएगी मुनाफा?
आईटी सेक्टर की असली परीक्षा आने वाली तिमाहियों में होगी। डील्स की रफ्तार बढ़ेगी या नहीं, यह सबसे अहम रहेगा। आईटी कंपनियां अभी भी खर्च करने में सतर्क हैं, लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी अगली पीढ़ी की टेक्नोलॉजी में क्लाइंट्स की रुचि बढ़ रही है, जिससे भविष्य की डील्स को बल मिल सकता है। मार्जिन पर दबाव बना रहेगा, क्योंकि वीज़ा खर्च, मज़बूत रुपया और कुछ अन्य लागतें मुनाफे को सीमित कर रही हैं। फिर भी सप्लाई-साइड दिक्कतें पहले से कम हुई हैं।
निवेशकों के लिए साफ संकेत
यह वक्त पूरे सेक्टर में पैसा लगाने का नहीं, बल्कि चुनिंदा मजबूत कंपनियों को पहचानने का है। जिन कंपनियों के पास मजबूत डील पाइपलाइन है, जो AI जैसी नई तकनीकों में आगे हैं, और जिनकी डिलिवरी पर भरोसा है, वे आने वाले समय में रिटर्न दे सकती हैं। यानी अगर आप AI वाली कंपनियों में पैसा लगाते हैं तो आप मुनाफा कमा सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको उन कंपनियों पर पैनी नजर रखनी होगी। भारतीय आईटी सेक्टर अभी तेजी से नहीं बढ़ रहा, लेकिन FY26 की दूसरी छमाही के लिए स्थिर और मजबूत आधार बन रहा है।
IT की चुनिंदा कंपनियों की स्थिति
1. HCL Tech : टारगेट प्राइस 1800 रुपए
HCL Tech ने इस तिमाही में $3 अरब की डील्स हासिल कीं, जो पिछली तिमाही से 43% ज़्यादा हैं। कंपनी ने 2-5% सालाना ग्रोथ का अनुमान दिया है और 18–19% मार्जिन बनाए रखने का टारगेट रखा है। इंजीनियरिंग और सर्विसेज सेगमेंट में शानदार प्रदर्शन जारी है। जनरेटिव AI के ज़रिए लागत में कटौती हो रही है और फ्रेशर हायरिंग भी शुरू हो गई है। FY25–27 के दौरान कंपनी की डॉलर कमाई 5.9% और रुपए में मुनाफा 8.2% CAGR से बढ़ सकता है। HCL Tech का शेयर अभी 1,718 से 1,725 रुपए के बीच ट्रेड कर रहा है। ब्रोकरेज फर्म ने इसका टारगेट प्राइस 1800 रुपए रखा है। यानी यह शेयर आने वाले दिनों में निवेशकों को मुनाफा दिला सकता है।
2. Coforge : टारगेट प्राइस 2200 रुपए
Coforge के पास $1.5 अरब की ऑर्डर बुक है, जो पिछले साल से 47% ज़्यादा है। BFSI और ट्रांसपोर्ट सेक्टर में 20% से ज़्यादा ग्रोथ देखने को मिल रही है। कंपनी FY27 तक $2 अरब की कमाई के लक्ष्य पर बढ़ रही है। Sabre डील ($1.6 अरब) और Cigniti के ज़रिए क्रॉस-सेलिंग इसमें मददगार होंगे। EBIT मार्जिन 14% तक पहुंच चुका है और FY27 तक 18% EBITDA मार्जिन का लक्ष्य है। कंपनी के शेयर अभी 1,943 से 1,945 रुपए के बीच ट्रेड कर रहे हैं। फर्म ने इस आईटी कंपनी के शेयर का टारगेट प्राइस 2,200 रुपए रखा है। फर्म का मानना है यह शेयर अपने निवेशकों को मालामाल बना सकता है।
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