Trump Tariff से बेखौफ भारत ने गाड़े झंडे, इस मामले में तोड़ा 15 साल का रिकॉर्ड
अगस्त में भारत के सेवा क्षेत्र (service sector growth) ने 15 साल की सबसे तेज बढ़ोतरी हासिल की है जिसका मुख्य कारण मांग में सुधार और उत्पादन में बढ़ोतरी रही। HSBC India सेवा PMI 62.9 पर पहुंच गया जो जून 2010 के बाद सबसे अधिक है। समग्र PMI 63.2 रहा जो 17 साल में सबसे तेज विस्तार है।

नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति ने भले ही भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगा दी हो लेकिन इसका बेखोफ भारत पर कोई असर नहीं हो रहा है। देश के सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर अगस्त में 15 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई। यह मांग की स्थिति में पर्याप्त सुधार के बीच नए आर्डर एवं उत्पादन में तेज वृद्धि से प्रेरित रही।
मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया सेवा पीएमआइ कारोबारी गतिविधि सूचकांक जुलाई के 60.5 से अगस्त में 62.9 पर आ गया। यह जून 2010 के बाद से विस्तार की सबसे तेज दर दर्शाता है। क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआइ) की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब गतिविधियों में विस्तार से और 50 से कम का आशय संकुचन से होता है।
यह भी पढ़ें: अब इस तरह से बनेंगी केंद्रीय योजनाएं, मोदी सरकार का ड्राफ्ट तैयार; ये है पूरा प्लान
सर्वे के अनुसार, अगस्त के दौरान मांग में उल्लेखनीय सुधार ने नए आर्डर एवं गतिविधियों की वृद्धि को 15 वर्ष में अपने उच्च स्तर पर पहुंचा दिया। एचएसबीसी के भारत के मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा कि कीमतों के मोर्चे पर मुद्रास्फीति की दर नौ महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई। इस बीच, मांग में उछाल ने जुलाई 2012 के बाद से उत्पादन शुल्क में सबसे तेज वृद्धि को संभव बनाया।
इस बीच, एचएसबीसी इंडिया कंपोजिट आउटपुट सूचकांक जुलाई के 61.1 के मुकाबले अगस्त में 63.2 रहा। यह 17 वर्ष में विस्तार की सबसे तीव्र गति को दर्शाता है। भंडारी ने कहा, 'अगस्त में समग्र पीएमआइ 17 साल के उच्चस्तर 63.2 पर पहुंच गया। यह विनिर्माण एवं सेवा दोनों क्षेत्रों में मजबूत व्यापक-आधारित उत्पादन वृद्धि का संकेत देता है।'
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।