चीन ने बनाया दुनिया का सबसे ऊंचा पुल, ₹2484 करोड़ की लागत; जानें भारत के चिनाब से कितना अलग
चीन ने दुनिया का सबसे ऊंचा पुल बना दिया है जिसका नाम हुआजियांग ग्रैंड कैनियन ब्रिज है। 283 मिलियन डॉलर की लागत से बने इस पुल की ऊंचाई 625 मीटर है और लंबाई 2890 मीटर है। पुल के भार परीक्षण में 96 भारी ट्रक शामिल थे। ऐसे में यह Indias Chenab Bridge से कितना अलग है जानते हैं।
नई दिल्ली| चीन (China) दुनिया का सबसे ऊंचा पुल (world tallest bridge) बनाने में लगा है। चीन में बने नए हुआजियांग ग्रैंड कैनियन ब्रिज ने अपना अंतिम भार परीक्षण भी पास कर लिया है। सबसे ऊंचे पुल को बनाने में चीन ने 283 मिलियन डॉलर (करीब 2484 करोड़ रुपये) खर्च (Huajiang Grand Canyon Bridge Cost ) किए हैं। यह एफिल टावर से 9 गुना ऊंचा है और बुर्ज खलीफा की ऊंचाई 828 मीटर से करीब 203 मीटर छोटा है।
हाल ही में भारत में चिनाब ब्रिज (India's Chenab Bridge) चर्चा में था। जम्मू और कश्मीर में बने इस पुल को दुनिया का सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज का खिताब मिला था। जिसकी ऊंचाई 359 मीटर थी।
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कितना ऊंचा है पुल
बात दुनिया का सबसे ऊंचे पुल की करें तो चीन इसे गुइझोऊ प्रांत में बना रहा है। जो चीन के अलग-थलग क्षेत्रों को जोड़ेगा। हुआजियांग शहर में बेइपान नदी की घाटी पर बना यह पुल प्राचीन ट्राइएसिक सागर से बनी चूना पत्थर की चट्टानों को पार करता है। पुल (Huajiang Grand Canyon Bridge Height) की ऊंचाई 625 मीटर है। वहीं लंबाई 2,890 मीटर है, जिसका मध्य भाग 1,420 मीटर लंबा है।
टेस्टिंग के लिए 96 भारी ट्रक का काफिला
पुल के भार परीक्षण में कुल 3,300 टन वजन वाले 96 भारी ट्रक को शामिल किया गया। इसमें 400 से ज्यादा सेंसर लगे हैं। जो पुल की देखरेख कर रहे हैं। पाँच दिनों के परीक्षण के बाद पुल मजबूती, कठोरता और गतिशील प्रदर्शन पर खरा उतरा। पुल पर सितंबर के अंत में यातायात शुरू होने की उम्मीद है। बता दें कि पुल पर यातायात शुरू होने से पहले लोड परीक्षण को अंतिम चरण माना जाता है।
किसने कंपनी ने बनाया सबसे ऊंचा पुल
सबसे ऊंचा पुल बनाने वाली कंपनी गुइझोऊ ट्रांसपोर्टेशन इन्वेस्टमेंट ग्रुप ने बताया कि यह पुल एक अभूतपूर्व इंजीनियरिंग उपलब्धि है। इसमें कंक्रीट डालने के दौरान तापमान नियंत्रण, खड़ी ढलानों पर ढलान स्थिरीकरण और तेज हवाओं जैसी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, चाइना डेली के हवाले से यह रिपोर्ट तैयार की है।निर्माण काम जनवरी 2022 में शुरू होगा और मुख्य भाग इसी साल पूरा हो जाएगा।
यह पुल घाटी में यात्रा के समय को दो घंटे से घटाकर केवल दो मिनट कर देगा और गुइझोऊ के आंतरिक परिवहन नेटवर्क को आधुनिक बनाने के प्रयास में एक महत्वपूर्ण एक्सप्रेसवे लिंक के रूप में कार्य करेगा।
दुनिया के तीन सबसे ऊँचे पुल चीन के इस प्रांत में
चीन का एकमात्र मैदानविहीन प्रांत, गुइझोउ, अपने ऊबड़-खाबड़ कार्स्ट भूभाग पर आवागमन के लिए लंबे समय से पुलों और सुरंगों पर निर्भर रहा है। इस प्रांत में अब 30,000 से ज्यादा पुल हैं, जिनमें दुनिया के तीन सबसे ऊँचे पुल (China's highest Bridge) भी शामिल हैं।
दुनिया के 100 सबसे ऊँचे पुलों में से लगभग आधे गुइझोउ में हैं, जिससे इसे "दुनिया का पुल संग्रहालय" उपनाम मिला है। निर्माणाधीन पुलों सहित, प्रांत में पुलों की कुल लंबाई 5,400 किलोमीटर से ज्यादा है।
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