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    भारतीय महिलाओं के पास दुनिया का 11 फीसदी सोना, इतना कई देशों का गोल्ड रिजर्व भी नहीं; जानें पूरी डिटेल

    Indian women gold reserve वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक भारतीय महिलाओं के पास कुल मिलाकर लगभग 24000 टन सोना है। यह आभूषण के रूप में दुनिया के कुल सोने के भंडार का लगभग 11 फीसदी है। भारतीय महिलाओं के पास कुल सोना शीर्ष पांच देशों के संयुक्त स्वर्ण भंडार से अधिक है। दक्षिण भारत के कुल सोने का 40 फीसदी हिस्सा है। इसमें अकेले तमिलनाडु का हिस्सेदारी 28 फीसदी है।

    By Suneel Kumar Edited By: Suneel Kumar Updated: Mon, 30 Dec 2024 02:19 PM (IST)
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    RBI भी पिछले कई महीनों से लगातार गोल्ड खरीद रहा है।

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारत में सोना पुराने जमाने से परंपरा और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक रहा है। खासकर, खासकर महिलाओं के बीच, जिनका सोने के गहनों से काफी लगाव है। शादी जैसे समारोह में भी सोने की खास अहमियत रहती है। फिर चाहे बात दुल्हन के आभूषण की हो, या फिर मेहमानों के सजने-संवरने की। यही वजह है कि भारतीय महिलाओं के पास सोने का भारी भंडार हो गया है।

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    भारतीय महिलाओं के पास दुनिया का 11 फीसदी गोल्ड

    वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, भारतीय महिलाओं के पास कुल मिलाकर लगभग 24,000 टन सोना है। यह आभूषण के रूप में दुनिया के कुल सोने के भंडार का लगभग 11 फीसदी है। सही मायने में देखें, तो भारतीय महिलाओं के पास कुल सोना शीर्ष पांच देशों के संयुक्त स्वर्ण भंडार से भी अधिक है।

    अगर तुलना की बात करें, तो अमेरिका के पास 8,000 टन सोना, जर्मनी के पास 3,300 टन, इटली के पास 2,450 टन, फ्रांस के पास 2,400 टन और रूस के पास 1,900 टन सोना है। इसका मतलब है कि इन देशों के स्वर्ण भंडार को मिलाने पर यह भारतीय महिलाओं के पास मौजूद सोने से कम ही होगा।

    दक्षिण भारतीय महिलाओं के पास अधिक सोना

    ऑक्सफोर्ड गोल्ड ग्रुप की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय परिवारों के पास दुनिया के सोने का कुल 11 फीसदी हिस्सा है। यह अमेरिका, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF), स्विट्जरलैंड और जर्मनी के संयुक्त भंडार से भी अधिक है। सोने के मालिकाना हक के मामले में दक्षिण भारत की महिलाएं काफी आगे हैं। दक्षिणी क्षेत्र में भारत के कुल सोने का 40 फीसदी हिस्सा है। इसमें अकेले तमिलनाडु का हिस्सेदारी 28 फीसदी है।

    वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की 2020-21 की स्टडी से भी संकेत मिला था कि भारतीय परिवारों के पास 21,000 से 23,000 टन सोना है। 2023 तक यह आंकड़ा बढ़कर लगभग 24,000 से 25,000 टन या 25 मिलियन किलोग्राम से अधिक सोना हो गया था। यह देश की संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा है। ये स्वर्ण भंडार भारत की अर्थव्यवस्था को सहारा देने में भी भूमिका निभाता है, जो देश के सकल घरेलू उत्पाद का 40 फीसदी है।

    आरबीआई के पास कितना गोल्ड है?

    RBI पिछले कई महीनों से लगातार गोल्ड खरीद रहा है। फिलहाल, आरबीआई के कुल विदेशी मुद्रा भंडार में गोल्ड की हिस्सेदारी बढ़कर 10.2 फीसदी तक पहुंच गई है।

    केंद्रीय बैंक के लेटेस्ट डेटा के मुताबिक, नवंबर के अंत में देश का गोल्ड रिजर्व बढ़कर 876.18 टन पर पहुंच गया। यह पिछले साल के मुकाबले 9 फीसदी ज्यादा है। 1 दिसंबर 2023 को देश का गोल्ड रिजर्व 803.58 टन था।

    एक्सपर्ट के मुताबिक, बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव को देखते हुए भारत जैसे विकासशील देश अपने गोल्ड रिजर्व में लगाजार इजाफा कर रहे हैं। इससे वित्तीय संकट के दौर में देश की अर्थव्यवस्था को संभालने में मदद मिलती है।

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    Source:

    • https://www.gold.org/
    • पूरी रिपोर्ट यहां से डाउनलोड करें: India gold market update: Investment demand shines