Indian Oil ने अफवाहों पर किया खुलासा, कहा ग्राहकों को घबराने की जरूरत नहीं; यहां पढ़ें परी खबर
पाकिस्तान से चल रही लड़ाई के बीच पेट्रोल-डीजल की सप्लाई को लेकर चल रही अफवाहों को लेकर देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी ने आगाह किया है। इंडियन ऑयल ने शुक्रवार सुबह बयान जारी कर कहा कि कंपनी के पास पूरे देश में पेट्रोल-डीजल का पर्याप्त स्टॉक है। हमारी आपूर्ति लाइनें सुचारू रूप से चल रही हैं। चलिए इसके बारे में डिटेल में जानते हैं।

नई दिल्ली। पाकिस्तान से चल रही लड़ाई के बीच पेट्रोल-डीजल की सप्लाई को लेकर चल रही अफवाहों को लेकर देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी ने आगाह किया है। इंडियन ऑयल ने शुक्रवार सुबह बयान जारी कर कहा कि कंपनी के पास पूरे देश में पेट्रोल-डीजल का पर्याप्त स्टॉक है। हमारी आपूर्ति लाइनें सुचारू रूप से चल रही हैं।
इंडियन ऑयल ने उपभोक्ताओं को सलाह देते हुए कहा कि घबराकर खरीदारी करने की कोई जरूरत नहीं है। हमारे सभी आउटलेट पर ईंधन और एलपीजी आसानी से उपलब्ध है।
#IndianOil has ample fuel stocks across the country and our supply lines are operating smoothly.
There is no need for panic buying—fuel and LPG is readily available at all our outlets.
Help us serve you better by staying calm and avoiding unnecessary rush. This will keep our…
— Indian Oil Corp Ltd (@IndianOilcl) May 9, 2025
इसके अलावा, कंपनी ने उपभोक्ताओं से अनुरोध किया कि शांत रहकर और अनावश्यक भीड़ से बचकर हमें आपकी बेहतर सेवा करने में मदद करें। इससे हमारी आपूर्ति लाइनें निर्बाध रूप से चलती रहेंगी और सभी के लिए निर्बाध ईंधन पहुंच सुनिश्चित होगी।
बता दें, इंडियन ऑयल देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी है। इंडियन ऑयल के अलावा बीपीसीएल और एचपीसीएल मिलकर पूरे देश को पेट्रोल, डीजल, एलपीजी और एटीएफ की सप्लाई सुनिश्चित करती हैं।
भारत के पास 5.33 एमएमटी क्षमता वाले रणनीतिक स्टोरेज केंद्र हैं, जो कि आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम (1.33 एमएमटी) और कर्नाटक के मैंगलोर (1.5 एमएमटी) और पादुर (2.5 एमएमटी) में स्थित हैं। ये तीनों जमीन के नीचे बनाए गए हैं और देश की 9.5 दिन की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त हैं।
इसके अलावा, पाकिस्तान ऐसे किसी ट्रेड रूट पर नहीं आता, जिससे अन्य देशों से क्रूड ऑयल का आयात प्रभावित हो सके। ऐसे में देश में पेट्रोल-डीजल की सप्लाई में किसी प्रकार की बाधा आने की आशंका नहीं है।
पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल के आंकड़ों के मुताबिक, देश में हर महीने पेट्रोल की खपत 31.50 लाख टन से 35 लाख टन के बीच और डीजल की हर महीने खपत 72 लाख टन से 82 लाख टन के बीच होती है।
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