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    वित्त वर्ष 24 में सबसे तेजी बढ़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था, चीन की GDP में होगी गिरावट: S&P Global

    By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav Shalya
    Updated: Mon, 26 Jun 2023 01:30 PM (IST)

    Indian Economy Growth Forecast भारतीय अर्थव्यवस्था एशिया प्रशांत क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यव्सथा बनी रहेगी। घरेलू अर्थव्यवस्था में जारी लचीलेपन के कारण एसएंडपी ग्लोबल की ओर से जीडीपी ग्रोथ अनुमान को भी 6 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। साथ ही कहा है कि भारत में महंगाई चालू वित्त वर्ष में घटकर 5 प्रतिशत के आसपास आ सकती है। (जागरण फाइल फोटो)

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    S&P ग्लोबल ने भारत की विकास दर को लेकर जून तिमही के अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है।

    नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। एसएंडपी ग्लोबल (S&P Global) की ओर से सोमवार को कहा गया कि भारत की जीडीपी वृ्द्धि दर (India Growth Rate) को 6 प्रतिशत पर बरकरार रखा है और यह एशिया प्रशांत क्षेत्र की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था रहेगी।

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    रेटिंग एजेंसी ने कहा कि हमने इस साल मार्च में भारत की जीडीपी दर को लेकर जारी किए गए अनुमान को बरकरार रखा है। इसकी पीछे की वजह भारत की घरेलू अर्थव्यव्सथा में लचीलापन बरकरार रहना है।

    महंगाई में आएगी गिरावट

    एसएंडपी की ओर से बताया गया कि इस वित्त वर्ष में महंगाई दर 6.7 प्रतिशत से गिरकर 5 प्रतिशत पर आ जाएगी। अगले साल आरबीआई ब्याज दरों में कटौती का एलान कर सकता है।

    अपने बयान में एसएंडपी ने कहा कि हम मान रहे हैं कि इस साल मानसून सामान्य रह सकता है। इस कारण महंगाई दर 6.7 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 2023-24 में 5 प्रतिशत रह सकती है। महंगाई में गिरावट की वजह कच्चे तेल की कीमतों में नरमी आना भी है।

    बता दें, सरकार और आरबीआई के प्रयासों के कारण पिछले एक साल में महंगाई में बड़ी गिरावट आई है। मई 2023 में खुदरा महंगाई दर 4.25 प्रतिशत थी, जो कि अप्रैल 2022 में 7.8 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। 

    एशिया प्रशांत की अर्थव्यवस्था मजबूत

    एशिया प्रशांत को लेकर दिए अपने इस तिमाही आउटलुक में एसएंडपी ग्लोबल ने कहा कि हम भारत, वियतनाम और फिलीपींस में लगभग 6 प्रतिशत की सबसे तेज वृद्धि देख रहे हैं। हमें लगता है कि 2026 तक एशिया की विकासशील अर्थव्यवस्थाएं तेजी गति से विकास करती रहेंगी। इसके साथ 2023 के लिए चीन की विकास दर को 5.5 प्रतिशत से घटाकर 5.2 प्रतिशत कर दिया।