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    आई ऐसी रिपोर्ट कि जॉब मार्केट में मचा तहलका; भारत ने UAE, USA, स्विट्जरलैंड सबको पछाड़ा

    Updated: Tue, 09 Dec 2025 05:03 PM (IST)

    भारतीय कंपनियों ने अगले साल जनवरी-मार्च तिमाही में वैश्विक स्तर पर दूसरी सबसे मजबूत रोजगार संभावनाएं जताई हैं। मैनपावरग्रुप के अनुसार, देश की करीब 52 ...और पढ़ें

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    अगले साल जनवरी-मार्च तिमाही में भारतीय कंपनियों ने वैश्विक स्तर पर दूसरी सबसे मजबूत रोजगार संभावनाएं जताई हैं।

    नई दिल्ली। भारतीय नियोक्ताओं ने 2026 की पहली तिमाही में एक मजबूत जॉब मार्केट की जानकारी दी है, जहां संगठन स्किल, टेक्नोलॉजी और टैलेंट में तेजी से निवेश करेंगे। यह जानकारी मंगलवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।

    इस वर्ष अक्टूबर में भारत में 3051 नियोक्ताओं के सर्वे पर आधारित मैनपावरग्रुप इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, डेटा से 52 प्रतिशत नेट एम्प्लॉयमेंट आउटुलक (एनईओ) की जानकारी मिलती है, जो वॉल्यूम की तुलना में क्वालिटी की ओर रणनीतिक शिफ्ट को दर्शाता है।

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    मैनपावरग्रुप इंडिया और मिडल ईस्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर संदीप गुलाटी ने कहा, भारत का हायरिंग आउटलुक न केवल मजबूत बना हुआ है बल्कि आर्थिक विश्वास और क्षमता निर्माण के एक नए चरण की ओर इशारा भी कर रहा है। यह ट्रेंड भारत का वॉल्यूम लेड हायरिंग से वैल्यू क्रिएशन की ओर एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है। संगठन स्किल, टेक्नोलॉजी और टैलेंट आर्किटेक्चर में निवेश कर रहे हैं, जो अगले दशक में उनकी प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता को परिभाषित करेगा।


    गुलाटी ने कहा, रिपोर्ट में फाइनेंस, प्रोफेशनल सर्विसेज, मैन्युफैक्चरिंग, रियल एस्टेट जैसे सेक्टर में मांग की जानकारी दी गई है, जो दिखाता है कि नियोक्ता अधिक डिजिटल, रेगुलेटेड और इनोवेशन-ड्रिवन इकोनॉमी के लिए सक्रिय रूप से तैयार हो रहे हैं।


    उन्होंने आगे कहा, 2026 की ओर बढ़ते हुए भारत तीन फंडामेंटल महत्वपूर्ण स्किल्स, टेक्नोलॉजिकल लेवरेज और उद्देश्यपूर्ण विस्तार के आसपास अपने टैलेंट मार्केट को आकार देगा।
    रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी 9 सेक्टर्स में भारतीय नियोक्ताओं को 2026 की पहली तिमाही में स्टाफिंग लेवल के बढ़ने का अनुमान है।


    63 प्रतिशत नियोक्ताओं को हायरिंग में वृद्धि होने की उम्मीद है। जबकि 24 प्रतिशत नियोक्ताओं का मानना है कि मौजूदा स्टाफिंग लेवल बना रहेगा, वहीं 11 प्रतिशत नियोक्ताओं को हायरिंग के कम होने का अनुमान है और 2 प्रतिशत हायरिंग बढ़ने को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।


    पिछले एक वर्ष से एक पॉजिटिव आउटलुक के बावजूद हायरिंग वॉल्यूम में गिरावट दर्ज की गई है। एक सामान्य कंपनी के कुल वर्कफोर्स में 2026 की पहली तिमाही में 65 श्रमिकों की वृद्धि होने की उम्मीद है, जो कि 2025 की दूसरी तिमाही के आंकड़ों से 60 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है, जब श्रमिकों की वृद्धि का आंकड़ा 162 दर्ज किया गया था।

    IANS इनपुट के साथ

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