Gautam Adani: 2050 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत, लोगों की आय भी 700 प्रतिशत बढ़ेगी
Gautam Adani ने 21 वीं वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ एकाउंटेंट्स में भाषण देते हुए कहा है कि 2050 तक भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। इसके साथ भारतीय शेयर बाजार का मूल्यांकन 45 से 50 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। एशिया के सबसे अमीर कारोबारी गौतम अदाणी ने शनिवार को कहा कि भारत को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में 58 साल से अधिक का समय लगा, लेकिन आने वाले हर 12 से 18 महीनों में भारतीय अर्थव्यवस्था में एक ट्रिलियन डॉलर की वृद्धि होगी और 2050 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी।
21वीं वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ अकाउंटेंट्स में भाषण देते हुए उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में दुनिया के सामने नए- नए संकट खड़े हो रहे हैं। आज के उभरते हुए मल्टी पोलर वर्ल्ड में ऐसी महाशक्ति की जरूरत है, जो संकट के समय में दूसरे देशों की मदद कर सके, न कि दूसरे देशों को परेशान करें। इसके साथ ही मानवता को अपना पहला सिद्धांत मानें।
आर्थिक सुधारों के चलते अर्थव्यवस्था की गति बढ़ी
उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार की ओर से किए गए सामाजिक और आर्थिक बदलावों के कारण अर्थव्यवस्था में गति बनी हुई है। मुझे लगता है कि अगले एक दशक में भारत हर 12 से 18 महीनों में एक ट्रिलियन डॉलर जोड़ना शुरू कर देगा। इस तरह देश की अर्थव्यवस्था 2050 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी। इसके साथ शेयर बाजार के मूल्यांकन बढ़कर 45 ट्रिलियन डॉलर का हो जाएगा।
700 प्रतिशत बढ़ जाएगी हर भारतीय की आय
आगे कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की हिस्सेदारी 2050 तक 20 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी। 2050 तक हर भारतीय की औसत उम्र करीब 38 वर्ष होगी और जनसंख्या करीब 160 करोड़ के पार होगी। इसके साथ ही देश में प्रति व्यक्ति आय 16,000 डॉलर के पार पहुंच जाएगी, जो कि मौजूदा प्रति व्यक्ति आय से 700 प्रतिशत अधिक है।
एक ट्रिलियन के पार होगा विदेशी निवेश
इसके साथ उन्होंने कहा कि भारत में विदेशी निवेश यानी एफडीआई एक ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच जाएगा। इस बात को दिखाता है कि दुनिया का भारत में विश्वास बढ़ रहा है।
ग्रीन एनर्जी सेक्टर में बड़ा निवेश कर रहा अदाणी ग्रुप
गौतम अदाणी के नेतृत्व वाला अदाणी ग्रुप देश में ग्रीन एनर्जी सेक्टर में 70 बिलियन डॉलर का निवेश कर रहा है। उन्होंने इसे लेकर कहा कि भारत 2050 तक ग्रीन एनर्जी सेक्टर का निर्यातक देश बन सकता है।
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