भारत तो बना रहेगा दुनिया की सबसे तेज बढ़ती इकोनॉमी, पाकिस्तान का हाल भी देख लीजिए
India economy घरेलू स्तर पर इतनी मजबूत है कि टैरिफ वॉर से लेकर तमाम अनिश्चितताओं के बावजूद यह दुनिया की सबसे तेज ग्रोथ वाली इकोनॉमी बनी रहेगी। दूसरी तरफ पाकिस्तान अपने ग्रोथ टारगेट से बहुत पीछे चल रहा है। भारत की तुलना में तो उसकी ग्रोथ रेट आधी भी नहीं है। बुधवार को जारी चार रिपोर्ट में यह बातें बताई गई हैं।
नई दिल्ली। बुधवार को भारत की इकोनॉमी से जुड़ी तीन रिपोर्ट आईं। तीनों में इस बात के लिए भारत की सराहना की गई है कि ग्लोबल स्तर पर अनिश्चितता के बावजूद इकोनॉमी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। एक रिपोर्ट में भारत की विकास दर (India GDP growth 2025) का अनुमान भी बढ़ाया गया है। एक रिपोर्ट पाकिस्तान की इकोनॉमी पर भी आई है, जिसमें बताया गया है कि उसकी ग्रोथ रेट लक्ष्य से बहुत पीछे है। भारत की तुलना में पाकिस्तान की ग्रोथ रेट आधी भी नहीं है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुसार भारत एकमात्र बड़ी अर्थव्यवस्था है जिसकी विकास दर 2025 में 6% से अधिक होगी।
SBI research का इस वर्ष 6.3% ग्रोथ का अनुमान
एसबीआई रिसर्च ने एक रिपोर्ट में कहा है कि वैश्विक अनिश्चितता के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था कुल मिलाकर मजबूत बनी हुई है। जनवरी से मार्च 2025 की तिमाही में भारत की विकास दर 6.4% से 6.5% रहने की उम्मीद है। एसबीआई के ग्रुप चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर डॉ. सौम्य कांति घोष के अनुसार अगर NSO पहली, दूसरी और तीसरी तिमाही के आंकड़ों में ज्यादा बदलाव नहीं करता है तो वित्त वर्ष 2024-25 के लिए हमारा जीडीपी ग्रोथ अनुमान 6.3% का है।
इस बार मानसून भी अच्छा रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले 4 से 5 दिनों में मानसून केरल पहुंचने की संभावना जताई है। आमतौर पर केरल में मानसून की बारिश 1 जून से शुरू होती है। एसबीआई के अनुसार महंगाई में गिरावट को देखते हुए उम्मीद है कि लोग डिस्क्रेशनरी खर्च बढ़ाएंगे। इससे मांग आधारित ग्रोथ देखने को मिलेगी।
आईएमएफ ने 2025 में विश्व के लिए 2.5% विकास दर का अनुमान (global growth comparison) जताया है। अगले साल के लिए 3% ग्रोथ का अनुमान है। भारत के लिए इसका अनुमान क्रमशः 6.2% और 6.3% का है। भारत में खासतौर से ग्रामीण क्षेत्र में इसने निजी खपत बढ़ने की संभावना जताई है।
मॉर्गन स्टैनले ने भारत का ग्रोथ अनुमान बढ़ाया
ग्लोबल इन्वेस्टमेंट बैंक मॉर्गन स्टैनले ने भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ाया है। पहले इसने कहा था कि 2025-26 में भारत की ग्रोथ रेट 6.1% रहेगी। अब उसने इस अनुमान को बढ़ाकर 6.2% कर दिया है। वित्त वर्ष 2026-27 के लिए भी ग्रोथ के अनुमान को 6.3% से बढ़ाकर 6.5% किया गया है।
मॉर्गन स्टैनले ने इसके पीछे कई कारण बताएं हैं। उसका कहना है कि घरेलू स्तर पर भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है। ऐसे समय जब वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता बनी हुई है, घरेलू मांग विकास का मुख्य इंजन बनेगी। सरकार की तरफ से नीतिगत स्तर पर समर्थन जारी रहने की उम्मीद है। यह घरेलू मांग और विकास की गति बढ़ाने में मदद करेगी। अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव कम होने को भी उसने एक कारण बताया है।
युद्ध से भारत से ज्यादा पाकिस्तान की इकोनॉमी प्रभावितः मूडीज
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी बुधवार को अपनी रिपोर्ट जारी की। उसने कहा कि अमेरिका की टैरिफ नीति के कारण ग्लोबल ट्रेड में उथल-पुथल से निपटने में भारत दूसरे देशों की तुलना में बेहतर स्थिति में है। भारत के घरेलू बाजार के विशाल आकार और निर्यात पर कम निर्भरता को इसका कारण बताया गया है। रिपोर्ट के अनुसार इंफ्रास्ट्रक्चर में सरकार के निवेश से निजी खपत को बढ़ावा मिलेगा और कमजोर होती ग्लोबल मांग से भारतीय इकोनॉमी को सुरक्षा मिलेगी।
मूडीज की रिपोर्ट में भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के तनाव का भी जिक्र किया गया है। इसमें कहा गया है कि इस तनाव से भारत की तुलना में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बहुत ज्यादा प्रभावित होगी। भारत के प्रमुख आर्थिक हब विवाद क्षेत्र से दूर हैं और पाकिस्तान के साथ भारत के आर्थिक संबंध भी सीमित हैं। हालांकि अगर विवाद की स्थिति लंबे समय तक रहती है तो रक्षा खर्च बढ़ाना पड़ेगा, जिससे राजकोषीय घाटा थोड़ा बढ़ सकता है।
पाकिस्तान की विकास दर सिर्फ 2.68%
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति के बारे में जो रिपोर्ट आई है, वह भारत के बिल्कुल विपरीत है। एआरवाई न्यूजं ने पाकिस्तान के नेशनल अकाउंट्स कमेटी के हवाले से खबर प्रकाशित की है कि 2024-25 में पाकिस्तान 3.6% विकास दर के लक्ष्य को हासिल नहीं (Pakistan economy crisis) कर पाएगा। इस वर्ष उसकी विकास दर 2.68% रहेगी।
एआरवाई के मुताबिक पाकिस्तान की जीडीपी का आकर 411 अरब डॉलर हो गया है और प्रति व्यक्ति आय 1824 डॉलर है। पाकिस्तान 2025-26 में 4.9 अरब डॉलर की विदेशी मदद जुटाने की भी तैयारी कर रहा है।
साल की पहली तीन तिमाही में कृषि क्षेत्र की विकास दर सिर्फ 1.8% रही जबकि औद्योगिक उत्पादन 1.14% घट गया। सर्विस सेक्टर में जुलाई 2024 से मार्च 2025 तक 39% ग्रोथ रही है। पाकिस्तान का वित्त वर्ष जुलाई से जून तक होता है।
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