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    चालू वित्त वर्ष में सबसे तेज गति से बढ़ेगी भारत की इकोनॉमी: वित्त मंत्रालय

    By AgencyEdited By: Rammohan Mishra
    Updated: Mon, 23 Oct 2023 07:49 PM (IST)

    मजबूत घरेलू बुनियाद और मुद्रास्फीति में नरमी की उम्मीद के बीच भारत चालू वित्त वर्ष (2023-24) में भी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। रिपोर्ट में कहा गया अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आइएमएफ) के अनुमान भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि भारत 2023-24 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। आइएष पूरी खबर के बारे में जान लेते हैं।

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    वित्त मंत्रालय ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष में भारत की इकोनॉमी सबसे तेजी से बढ़ेगी।

    पीटीआई, नई दिल्ली। मजबूत घरेलू बुनियाद और मुद्रास्फीति में नरमी की उम्मीद के बीच भारत चालू वित्त वर्ष (2023-24) में भी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। वित्त मंत्रालय की सितंबर की मासिक आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि पश्चिम एशिया में हालिया घटनाक्रमों से वैश्विक अनिश्चितताएं बढ़ी हैं। इन घटनाक्रमों से कच्चे तेल के दाम में उछाल आ सकता है।

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    इसके अलावा अमेरिका में सख्त मौद्रिक नीति (रिपोर्ट में मौद्रिक नीति को और सख्त करने से इन्कार नहीं किया गया है) और अमेरिकी प्रतिभूतियों की आपूर्ति बहुत अधिक रहने की वजह से वित्तीय स्थिति 'तंग' हो सकती है।

    रिपोर्ट में कहा गया, 'अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आइएमएफ) के अनुमान भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि भारत 2023-24 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा।'

    आईएमएफ ने जारी रखा वृद्धि दर का अनुमान

    आइएमएफ ने अक्टूबर में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए वैश्विक वृद्धि अनुमान को तीन प्रतिशत पर कायम रखते हुए भारत के लिए वृद्धि दर के अनुमान को 0.2 प्रतिशत बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया है।

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    भारत पर बढ़ रहा वैश्विक विश्लेषकों का भरोसा

    वित्त मंत्रालय ने कहा कि यह वैश्विक अनिश्चितताओं और ताजा भू-राजनीतिक चुनौतियों के बीच वैश्विक विश्लेषकों के भारत की आर्थिक ताकत पर बढ़ते भरोसे को दर्शाता है।

    इसमें आगे कहा गया है कि घरेलू मैक्रो फंडामेंटल मजबूत है और उनमें सुधार भी हो रहा है, लेकिन वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों और मौसम की स्थिति में अनिश्चितताओं से नकारात्मक जोखिम पैदा होता है।

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