साल के अंत तक भारत-रूस में होगा वीजा फ्री आने जाने का समझौता, भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करना चाहता है रूस
नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक भारतीय पक्ष समूह में यात्रा करने वाले रूसी पर्यटकों को वीजा फ्री की सुविधा देने को लेकर विमर्श शुरू कर चुका है। साथ ही इस बारे में सभी राज्यों के बीच समन्वय बनाने का भी काम हो रहा है। रूस ने हाल ही में चीन और ईरान के साथ भी इसी तरह का समझौता किया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। रूस ज्यादा से ज्यादा भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करना चाहता है और इसके लिए वह भारतीयों को वीजा फ्री आगमन की अनुमति देने जा रहा है। दोनों देशों के बीच इस बारे में इस साल के अंत तक समझौता होने की संभावना है। एक दूसरे देश के नागरिकों को वीजा फ्री आवागमन की सुविधा देने को लेकर भारत व रूस के उच्च अधिकारियों की एक दिन पहले कजान शहर में बैठक हुई है।
बहुत संभव है कि इस साल के अंत में जब दोनों देशों के शीर्षस्तरीय नेताओं की बैठक हो तब इस बारे में समझौता हो। भारत के प्रधानमंत्रियों और रूस के राष्ट्रपति के बीच सालाना बैठक होती है, हालांकि वर्ष 2022 व वर्ष 2023 में यह नहीं हुई है। दोनों तरफ के विदेश मंत्रालयों की तरफ से इस साल बैठक कराने की योजना है।
भारत की तरफ से शुरू हो चुका है विचार विमर्श
नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक भारतीय पक्ष समूह में यात्रा करने वाले रूसी पर्यटकों को वीजा फ्री की सुविधा देने को लेकर विमर्श शुरू कर चुका है। साथ ही इस बारे में सभी राज्यों के बीच समन्वय बनाने का भी काम हो रहा है। रूस ने हाल ही में चीन और ईरान के साथ भी इसी तरह का समझौता किया है।
कई देशों में भारतीय पर्यटकों के लिए है वीजा फ्री इंट्री
यूक्रेन युद्ध के बाद जिस तरह के हालात बने हैं उसमें रूस की तरफ से विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने की कोशिश के तहत यह काम हो रहा है। वैसे हाल के वर्षों में दूसरे कई देशों ने भी भारतीयों के लिए वीजा फ्री इंट्री की घोषणा की है। इसमें श्रीलंका, ईरान, थाईलैंड जैसे देश भी हैं। यूरोपीय संघ ने भी भारतीयों को लंबी अवधि के वीजा देने की योजना को मंजूरी देने की प्रक्रिया शुरू की है।
फिक्की की एक रिपोर्ट बताती है कि वर्ष 2022 में दो करोड़ भारतीयों ने विदेश की यात्रा की थी। हालांकि कोविड से पहले यह संख्या 2.7 करोड़ थी। वर्ष 2024 में कोविड के पहले वाले स्तर पर भारतीय पर्यटकों की संख्या पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इस साल बाहर जाने वाले भारतीयों की तरफ से 42 अरब डॉलर की राशि खर्च किये जाने की संभावना है।