अमेरिकी प्रीडेटर ड्रोन खरीदने के लिए बातचीत कर रहा भारत
पाकिस्तान और चीन सीमाओं पर निगरानी बढ़ाने के लिए भारत 40 प्रीडेटर सर्विलांस ड्रोन खरीदने के लिए अमेरिका से बातचीत कर रहा है। भारत कश्मीर के पहाड़ी इलाकों की निगरानी के लिए पहले ही इजरायल से ड्रोन हासिल कर चुका है।
नई दिल्ली: पाकिस्तान और चीन सीमाओं पर निगरानी बढ़ाने के लिए भारत 40 प्रीडेटर सर्विलांस ड्रोन खरीदने के लिए अमेरिका से बातचीत कर रहा है। भारत कश्मीर के पहाड़ी इलाकों की निगरानी के लिए पहले ही इजरायल से ड्रोन हासिल कर चुका है।
अधिकारियों ने बताया कि सेना को मानवरहित तकनीक से मजबूत़ करने का प्रयास किया जा रहा है। अमेरिका के साथ बढ़ते सैन्य संबंधों को देखते हुए भारत ने मानवरहित प्रीडेटर ड्रोन के बारे में बात की है। इसका निर्माण जनरल एटॉमिक्स कंपनी ने किया है।
सैन डिएगो स्थित जनरल एटॉमिक्स में मुख्य कार्यकारी विवेक लाल ने कहा, 'हमें पता हैं कि भारतीय नौसेना की प्रीडेटर में रुचि है। हालांकि इस बारे में सरकार के स्तर पर बातचीत हो रही है। पिछले साल अमेरिकी सरकार ने भारत को प्रीडेटर एक्सपी बेचने के लिए जनरल एटॉमिक्स के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि ड्रोन की आपूर्ति कब की जाएगी। नौसेना इन्हें हिंद महासागर की निगरानी करने के लिए खरीदना चाहती है।
प्रीडेटर ड्रोन लगातार 35 घंटे तक आकाश में चक्कर लगाने में सक्षम हैं। इन्हें इस लिहाज से भी जरूरी माना जा रहा है क्योंकि चीन हिंद महासागर क्षेत्र में लगातार जहाजों और पनडुब्बियों की मौजूदगी बढ़ा रहा है।