Economic Growth: अगर हासिल करनी है 10 फीसदी की विकास दर, तो करना होगा यह काम; अरविंद पनगढ़िया ने दिखाई राह
इसी कड़ी में 16वें वित्त आयोग के प्रमुख व नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने कहा है कि भारत को अगर 10 फीसदी की विकास दर हासिल करनी है तो उसे निर्यात पर ध्यान केंद्रित करना होगा। पनगढ़िया ने यह भी कहा कि आयात-प्रतिस्थापन वाली औद्योगिक नीति को लेकर रुझान भारत के लिए कोई अनूठी बात नहीं है।
पीटीआई, नई दिल्ली। दुनिया के कई देश मंदी की चपेट में आते दिख रहे हैं, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था इन सबसे बेअसर दिख रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही अपने तीसरे कार्यकाल में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की गारंटी दे चुके हैं। और साल 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का लक्ष्य भी सरकार ने तय कर रखा है। लेकिन इस राह में चुनौतियां भी कम नहीं हैं और विशेषज्ञ इस बात पर अक्सर प्रकाश डालते रहे हैं कि अगर भारत को 2047 तक 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना है तो कई सेक्टर हैं जिनपर अभी से ही काम करने की जरूरत है।
इसी कड़ी में अब 16वें वित्त आयोग के प्रमुख व नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने कहा है कि भारत को अगर 10 फीसदी की विकास दर हासिल करनी है तो उसे निर्यात पर ध्यान केंद्रित करना होगा। पनगढ़िया ने यह भी कहा कि आयात-प्रतिस्थापन वाली औद्योगिक नीति को लेकर रुझान भारत के लिए कोई अनूठी बात नहीं है।
उन्होंने कहा, ''मैंने सिंगापुर, ताइवान, दक्षिण कोरिया, चीन और भारत जैसे कामयाब देशों को देखा है, ये भी उच्च वृद्धि वाले देशों के उदाहरण हैं। उन्होंने 'फाउंडेशन फॉर इकोनॉमिक डेवलपमेंट' के साथ बातचीत में कहा, "मेरा निष्कर्ष बहुत स्पष्ट है - जो देश खुले हैं, वे तेजी से विकसित हुए हैं।"
पनगढ़िया ने यह भी बताया कि कैसे वैश्विक निर्यात बाजार साल 2022 में 32 ट्रिलियन डॉलर का था जो कि भारत की जीडीपी की तुलना में 10 गुना ज्यादा था।
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चीन की बात करते हुए नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष ने कहा, ''चीन ने निर्यात के क्षेत्र में कुछ उत्पादों के मामले में बहुत बड़ा हिस्सा हासिल कर लिया जिससे देश को काफी बढ़ावा मिला।'' पनगढ़िया ने कहा, ‘‘यह तीन-चार दशक तक सालाना 10 प्रतिशत की दर से बढ़ी।’’
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