सर्च करे
Home

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भारत का अमेरिका को जवाब; हम बासमती चावल का निर्यात करते हैं, डंपिंग नहीं

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 08:53 PM (IST)

    भारत अमेरिका को मुख्य रूप से महंगे बासमती चावल का निर्यात करता है इसलिए भारतीय चावल की अमेरिकी बाजार में डंपिंग करने का कोई मामला नहीं बनता। अमेरिका म ...और पढ़ें

    Hero Image

    नई दिल्ली। भारत अमेरिका को मुख्य रूप से महंगे बासमती चावल का निर्यात करता है लिहाजा भारतीय चावल की अमेरिकी बाजार में डंपिंग करने का कोई मामला ही नहीं बनता है। वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल ने सोमवार को कहा कि अग्रवाल ने नवंबर महीने के व्यापार आंकड़ों पर संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि भारतीय चावल पर अमेरिका में पहले से ही 50 प्रतिशत सीमा शुल्क लागू हैं।
    अग्रवाल ने कहा, “हम मुख्य रूप से अमेरिका को बासमती चावल का निर्यात करते हैं, जो एक जीआई (भौगोलिक संकेतक) उत्पाद है। हमारे कुल निर्यात का 80 प्रतिशत से अधिक हिस्सा बासमती चावल का है। गैर-बासमती सफेद चावल का हमारा निर्यात बहुत कम है।” उन्होंने कहा, "अमेरिका में हमारे बासमती चावल की कीमतें सामान्य निर्यात कीमतों से कहीं अधिक हैं, लिहाजा डंपिंग का प्रथम दृष्टया कोई मामला नहीं बनता है।"
    डंपिंग का मतलब किसी देश द्वारा अपने उत्पाद को विदेशी बाजार में उसकी वास्तविक लागत या घरेलू कीमत से कम दर पर बेचने से है। ऐसा होने से स्थानीय उद्योग को नुकसान पहुंच सकता है। अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि अमेरिका की ओर से भारतीय चावल के खिलाफ अब तक कोई डंपिंग जांच शुरू नहीं की गई है। दिसंबर की शुरुआत में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारत को अमेरिकी बाजार में चावल 'डंप' नहीं करना चाहिए और अगर जरूरत पड़ी तो इस 'समस्या' का समाधान शुल्क के जरिये किया जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारतीय चावल पर और अधिक शुल्क लगाने के संकेत भी दिए थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बिजनेस से जुड़ी हर जरूरी खबर, मार्केट अपडेट और पर्सनल फाइनेंस टिप्स के लिए फॉलो करें