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    भारत ने पहली बार 400 अरब डॉलर के माल निर्यात का लक्ष्य हासिल किया: PM मोदी

    By Lakshya KumarEdited By:
    Updated: Wed, 23 Mar 2022 10:09 AM (IST)

    भारत ने 400 अरब डॉलर के माल निर्यात का लक्ष्य हासिल कर लिया है। सरकार ने जारी वित्त वर्ष के लिए यह लक्ष्य निर्धारित किया था जिसे हासिल कर लिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।

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    भारत ने पहली बार 400 अरब डॉलर के माल निर्यात का लक्ष्य हासिल किया: PM मोदी

    नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारत ने 400 अरब डॉलर के माल निर्यात का लक्ष्य हासिल कर लिया है। सरकार ने जारी वित्त वर्ष के लिए यह लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे हासिल कर लिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। पीएम मोदी ने लिखा, "भारत ने पहली बार 400 अरब डॉलर के माल निर्यात का लक्ष्य हासिल किया है। मैं इस सफलता के लिए अपने किसानों, बुनकरों, एमएसएमई, निर्माताओं, निर्यातकों को बधाई देता हूं। यह हमारी आत्मनिर्भर भारत की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।"

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    गौरतलब है कि इससे पहले मार्च महीने की शुरुआत में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उम्मीद जताई थी कि देश का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2021-22 में 410 अरब डॉलर पर पहुंच सकता है। उन्होंने एसोचैम के वार्षिक अधिवेशन में कहा था कि भू-राजनीतिक दिक्कतों के बावजूद भी इस वित्त वर्ष में यह निर्यात आंकड़ा हासिल किया जा सकता है।

    चालू वित्त वर्ष में फरवरी तक बीते 10 महीनों (अप्रैल 2021 से फरवरी 2022) में देश का वस्तुओं का निर्यात 374.05 अरब डॉलर का रहा था, जो बीते साल समान अवधि के दौरान 256.55 अरब डॉलर का था. इसमें 45.80 प्रतिशत का उछाल देखा गया था। इसके आगे अब मार्च में भारत ने चालू वित्त वर्ष में 400 अरब डॉलर के निर्यात आंकड़े को पार कर लिया।

    गोयल ने कहा था, ‘‘मुझे उम्मीद है कि हम 410 अरब डॉलर के पास पहुंचेंगे।’’ ऐसे में अभी इस वित्त वर्ष का एक सप्ताह बचा है, तो पूरी संभावना है कि भारत इस आंकड़े के पास पहुंच सकता है। अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में निर्यात का अहम योगदान होता है।

    गोयल ने कहा था, ‘‘अगर हमें 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना है, तो हमारा वस्तुओं और सेवाओं दोनों का निर्यात 1,000-1,000 अरब डॉलर होना चाहिए।" उन्होंने कहा था, "निर्यात को कई गुना बढ़ना चाहिए तभी हम अपने आयात का वित्तपोषण कर सकेंगे और आने वाले दिनों में रुपये को मजबूत कर पाएंगे।"