इक्रा का अनुमान: भारत की जीडीपी वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत, आरबीआई नीति में बदलाव नहीं
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि दर 7.4% रहने का अनुमान लगाया है, जो पिछले वित्त वर्ष से अधिक है। रिपोर्ट के अनु ...और पढ़ें

नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने ताजा रिपोर्ट में अनुमान जताया है कि चालू वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत रह सकती है। यह वित्त वर्ष 2024-25 की 6.5 प्रतिशत से ज्यादा रहेगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि बिजली, खनन और कंस्ट्रक्शन जैसे क्षेत्रों में वृद्धि हो रही है।रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही (अक्टूबर 2025 से मार्च 2026 तक) में वृद्धि दर सात प्रतिशत रह सकती है जो पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर 2025) में आठ प्रतिशत रही है।
प्रतिकूल आधार प्रभाव और निर्यात में कमी के कारण दूसरी छमाही में जीडीपी की वृद्धि दर में कमी आएगी। रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2026 में आरबीआइ नीति समीक्षा में कोई बदलाव नहीं करेगा और भविष्य के निर्णय वित्त वर्ष 2026-27 के केंद्रीय बजट और महंगाई-उत्पादन गतिशीलता के आधार पर लिए जाएंगे।
इस बीच चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2025) के दौरान आर्थिक गतिविधियां स्वस्थ रही हैं। इसमें जीएसटी दरों में कटौती के कारण त्योहारी मांग और कुछ क्षेत्रों में मौसमी वृद्धि का प्रमुख योगदान रहा है। इक्रा का अनुमान है कि वस्तुओं और सेवाओं की खपत के साथ-साथ उत्पादन की मात्रा को जीएशटी कटौती और त्योहारों मांग से लाभ हुआ है।
हालांकि, दूसरी छमाही में निर्यात में कमी बढ़ सकती है। रे¨टग एजेंसी ने चालू वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई 4.6 प्रतिशत से घटकर दो प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान लगाया है, जबकि थोक महंगाई 0.4 प्रतिशत रहने की संभावना है। नवंबर 2025 में खुदरा महंगाई 0.7 प्रतिशत रही है।

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