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    Cibil Score improvement: खराब हो गया है सिबिल स्कोर? इन तरीकों से करें सुधार

    Updated: Mon, 14 Apr 2025 05:13 PM (IST)

    Improve CBIL Score सिबिल स्कोर लोन या क्रेडिट कार्ड लेते वक्त काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके जरिए बैंक आपकी लोन या उधार देने की क्षमता का पता लगाता है। सिबिल स्कोर 300 से 900 के बीच तय किया जाता है। एक सही सिबिल स्कोर 750 या उससे ऊपर माना जाता है। अगर आपका सिबिल स्कोर 750 से कम है तो इसे कुछ तरीको से सुधारा जा सकता है।

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    इन तरीकों से सुधारे अपना सिबिल स्कोर

     बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अगर आपने कभी लोन लिया है या क्रेडिट कार्ड का एक्टिव इस्तेमाल करते हैं, तो सिबिल स्कोर के बारे में जरूर सुना होगा। सिबिल स्कोर के जरिए बैंक या वित्तीय संस्था उधारकर्ता की लोन क्षमता का आकलन करता है।

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    यह भी कह सकते हैं कि सिबिल स्कोर के जरिए बैंक ये आकलन लगाता है कि उधार लेने वाला व्यक्ति समय पर लोन चुका पाएगा या नहीं।

    एक सही सिबिल स्कोर 750 या उससे ज्यादा माना जाता है। सिबिल स्कोर जितना ज्यादा होता है, उतना ही बेहतर होगा। एक अच्छे सिबिल स्कोर होने से आपको लोन और क्रेडिट कार्ड लेने में काफी मदद मिलती है। वहीं लोन लेते वक्त लाभ भी मिलते हैं।

    सिबिल को कई तरीकों का इस्तेमाल कर सुधारा जा सकता है। चलिए इनके बारे में बात करते हैं।

    सिबिल स्कोर का कैसे करें सुधार?

    लोन और क्रेडिट कार्ड बिल का समय पर भुगतान- अगर आपने किसी भी तरह का लोन लिया है। या क्रेडिट कार्ड यूजर है। तो ध्यान रखें कि ईएमआई का समय पर भुगतान किया जाए। इसके साथ ही क्रेडिट कार्ड का भी समय से पहले भुगतान कर लें।

    अगर आप क्रेडिट कार्ड का समय रहते भुगतान नहीं करते, तो ऐसे में चार्ज भी देना पड़ जाता है।

    इसके साथ ही ये ध्यान रखें कि क्रेडिट कार्ड की लिमिट का पूरा उपयोग ना करें। इसकी लिमिट का 30 फीसदी ही इस्तेमाल करना चाहिए।

    डिफॉलटर बनने से बचें- अगर आपने किसी भी परिवार के सदस्य, दोस्त या अन्य किसी व्यक्ति के साथ लोन लिया है। तो ज्वाइंट लोन में डिफॉलटर बनने से बचना चाहिए। क्योंकि अगर लोन का भुगतान सही समय पर नहीं हुआ। तो आपको बड़ा नुकसान हो सकता है। वहीं इसका असर क्रेडिट स्कोर पर भी पड़ सकता है।

    सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन का बैलेंस- सिक्योर्ड लोन में कार और होम लोन को शामिल किया गया है। वहीं अनसिक्योर्ड लोन में पर्सनल और क्रेडिट को जोड़ा गया है। आपको इन दोनों का ही बैलेंस बनाना जरूरी है। इसका भी सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर पर असर होता है।

    इसलिए लोन लेते समय इन सब बातों का ध्यान रखना जरूरी है।