Gold Purity Check: जरा सी चूक और हजारों का नुकसान, ऐसे करें शुद्ध सोने की पहचान
कहते हैं शुद्ध सोने की पहचान केवल जौहरी ही कर सकता है। हालांकि सोना खरा है या नहीं कुछ मानकों के आधार पर आप भी इसकी पहचान कर सकते हैं। सोने के लचीलेपन चमक और हॉलमार्क के आधार पर शुद्ध सोने की पहचान की जा सकती है। शुद्ध सोने की पहचान के लिए इसे पत्थर पर रगड़ कर भी चेक किया जा सकता है।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सोना खरीदने की इच्छा हर दूसरे व्यक्ति से जुड़ी होती है। ऐसे में क्या हम शुद्ध सोना खरीद रहे हैं या नहीं यह बात मायने रखती है। शुद्ध सोने की पहचान करना इतना भी मुश्किल काम नहीं है। हालांकि, कहा जाता है कि शुद्ध सोने की पहचान केवल जौहरी को होती है, लेकिन कुछ मानकों के आधार पर आप भी खरे सोने की पहचान कर सकते हैं।
चमक- सोने की चमक के आधार पर शुद्ध सोने की पहचान की जा सकती है। नकली सोने की चमक कुछ फिकी होती है। दोनों की चमक में अंतर को पहचाना जा सकता है।
लचीलापन- सोने को लचीलेपन के आधार पर भी पहचाना जा सकता है। शुद्ध सोना खरीद रहे हैं तो यह बहुत ज्यादा सख्त नहीं होना चाहिए।
हॉलमार्क- शुद्ध सोने की पहचान हॉलमार्क के निशान के साथ भी की जा सकती है। शुद्ध सोने के गहनों, सिक्कों और छड़ों पर हॉलमार्क और शुद्धता अंकित होती है।
पत्थर पर रगड़ कर चेक करें ,सोना असली है या नकली
शुद्ध सोने की पहचान करने का एक अच्छा तरीका इसे पत्थर पर रगड़ने का है। यह तरीका तब काम आ सकता है। जब आपको सोने की शुद्धता जल्दी में जांचनी हो।
सोने को पत्थर पर रगड़ने के साथ ही अगर इसमें रगड़ का निशान बन रहा है तो सोना शुद्ध नहीं है। वहीं अगर सोने पर पत्थर की रगड़ हल्की है या बिल्कुल भी नहीं बनती है तो यह सोना शुद्ध है।
ज्यादा कैरेट का मतलब सोने की अधिक शुद्धता से होता है। 24K, 22K और 18K सोने में बहुत कम अंतर होता है।
- 24K सोने को शुद्ध सोना माना जाता है। इसमें किसी तरह की कोई मिलावट नहीं होती है।
- 22K सोने में दो भाग चांदी, जस्ता, निकल जैसी धातुएं होती हैं, बाकी भाग सोना होता है।
- 18K सोने में 75 फीसदी हिस्सा सोना होता है। बाकी का 25 प्रतिशत हिस्सा दूसरी धातुओं का होता है।
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