अपने 300 इंजीनियर ले गया तब भी चीन हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाया, भारत ने iPhone प्रोडक्शन का बना दिया रिकॉर्ड
2017 से भारत में iPhone की असेंबली हो रही है और 2025 तक iPhone उत्पादन (India iPhone production) और निर्यात में तेजी से वृद्धि हुई है। हाल ही में चीन द्वारा इंजीनियरों को वापस बुलाने के बावजूद भारत में iPhone उत्पादन निर्बाध रूप से जारी है। बाजार शोधकर्ता कैनालिस की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से जून में iPhone उत्पादन 53% बढ़ा है।

नई दिल्ली। भारत में साल 2017 से एप्पल (Apple) के iPhone की असेंबली हो रही है। तब से अब 2025 आ गया भारत iPhone उत्पादन और निर्यात (India iPhone production) में बहुत तेजी से बढ़ा है। हाल ही में चीन ने साजिश के तहत भारत के iPhone असेंबली ( Apple iPhone assembly) में लगे अपने 300 इंजीनियर वापस बुला लिए थे। इसके बावजूद भारत में हो रहे आईफोन उत्पादन (iPhone export growth) में किसी तरह की बाधा नहीं पहुंची।
हाल ही में आई बाजार शोधकर्ता कैनालिस की रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी से जून की अवधि में iPhone उत्पादन में सालाना आधार पर 53% बढ़ा है। जो 2.39 करोड़ यूनिट तक पहुँच गया। वहीं मार्च में तो उत्पादन अपने चरम पर पहुंच गया।
ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनी ने अप्रैल से जो ट्रंफ ने टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया था उससे बचना चाहती थी। परिणाम यह हुआ कि भारत में बनी ज्यादातर यूनिट्स ने अमेरिका में निर्यात करने की जल्दी दिखाई।
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने बाद में अपने अधिकांश व्यापारिक साझेदारों पर 9 जुलाई तक पारस्परिक शुल्क लगाने पर 90 दिनों की रोक लगा दी, जिसे बाद में 1 अगस्त तक बढ़ा दिया गया। भारत के लिए, अमेरिका ने 26% शुल्क का प्रस्ताव रखा है। दोनों देश वर्तमान में एक व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत कर रहे हैं।
एक अन्य शोध फर्म साइबरमीडिया रिसर्च (CMR) के मुताबिक आईफोन निर्यात मात्रा 2025 की पहली छमाही में 2.28 करोड़ यूनिट तक पहुँच गई, जो एक साल पहले 1.50 करोड़ यूनिट थी, जो 52% की बढ़ोतरी है। कीमत पर जाएं तो एप्पल ने 2025 की पहली छमाही में भारत से 22.56 बिलियन डॉलर कीमत के आईफोन निर्यात किए, जबकि एक साल पहले यह 14.71 बिलियन डॉलर मूल्य का था।
कैनालिस के अनुसार, इस कैलेंडर वर्ष की पहली छमाही में iPhone का उत्पादन निर्यात और भारतीय बाजार सहित 3 करोड़ यूनिट को पार कर गया। कंपनी ने कहा कि इस साल के अंत तक उत्पादन 2024 में 4.2 करोड़ यूनिट के आंकड़े को पार कर जाने की उम्मीद है।
फिलिपकैपिटल ने कहा कि iPhone का कुल उत्पादन 2025 की पहली छमाही में 94,643 करोड़ को पार कर गया, जबकि 2024 की पहली छमाही में यह 57,328 करोड़ और 2024 में 1,38,200 करोड़ था।
मार्च में चरम पर पहुँचने (19,630 करोड़) के बाद, उत्पादन घटकर 11,267 करोड़ रह गया, जो जून 2024 में प्राप्त 9,808 करोड़ से अभी भी ज्यादा है। सरकारी अधिकारियों ने कहा कि Apple की वृद्धि iPhone मॉडल के आधार पर 15-20% तक के घरेलू मूल्य संवर्धन को भी रेखांकित करती है।
फॉक्सकॉन (होन हाई) (Foxconn iPhone manufacturing) और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स भारत में iPhone के अग्रणी निर्माता हैं। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (Tata Electronics iPhone) ने देश में विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन संयंत्रों का संचालन संभाला है। कैनालिस ने कहा कि H1 2025 में, फॉक्सकॉन iPhone निर्यात के आधे से अधिक मात्रा के साथ अग्रणी था।
कैनालिस ने कहा कि, "हालांकि आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इन आयातों की मात्रा और प्रकार को देखते हुए यह बहुत संभव है कि परीक्षण उत्पादन या प्रारंभिक चरण की असेंबली Apple के सामान्य सितंबर लॉन्च समय से महीनों पहले शुरू हो गई हो। यह भारत से अब तक के सबसे पहले फ्लैगशिप उत्पादों के आगमन के साथ एक नया मानक स्थापित करेगा।"
शोध फर्म के अनुसार, 2024 की पहली छमाही में भारत से आईफोन निर्यात में अमेरिका का हिस्सा 53% था। जून 2025 तक यह बढ़कर 78% हो गया, क्योंकि एप्पल ने लगभग 72 मिलियन आईफोन की वार्षिक अमेरिकी मांग को पूरा करने के लिए भारत में अपने नियोजित परिवर्तन को जारी रखा, जो पहले चीन से मंगाया जाता था
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