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    ₹2222 करोड़ कम देकर अदाणी ने खरीद ली JP Associates, बड़ी बोली के बावजूद पीछे रह गए अनिल अग्रवाल, कैसे पलटी बाजी

    Updated: Thu, 20 Nov 2025 12:39 PM (IST)

    जयप्रकाश एसोसिएट्स के लेनदारों (बैंकों) की कमेटी ने अदाणी ग्रुप के अधिग्रहण प्रस्ताव को भारी संख्या में वोट देकर हरी झंडी दे दी है। इसके साथ ही बड़ी बोली लगाने के बावजूद वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल यह बाजी हार गए। दरअसल, सारी बात बिड ऑफर से ज्यादा पेमेंट प्लान पर आकर फंस गई।

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    नई दिल्ली। जयप्रकाश एसोसिएट्स (JP Associates) के अधिग्रहण को लेकर लंबे समय से जारी खींचतान का दौर अब खत्म हो गया, और आखिरकार यह दिवालिया कंपनी अदाणी समूह के नाम होने जा रही है। इससे पहले वेदांता ग्रुप ने जेपी एसोसिएट्स को खरीदने की बोली जीत ली थी, लेकिन इस दिवालिया कंपनी के लेनदारों (बैंकों) की कमेटी ने अदाणी ग्रुप के अधिग्रहण प्रस्ताव को भारी संख्या में वोट देकर हरी झंडी दे दी है।

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    दरअसल, कुल 14,535 करोड़ रुपये की इस डील में अदाणी ने अन्य बिडर्स की तुलना में ज्यादा एडवांस अमाउंट देने का ऑफर दिया। इसके चलते अदाणी समूह के पक्ष में 89% वोट गए। अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज ने बताया कि जयप्रकाश एसोसिएट्स के लेनदारों ने दिवालिया बुनियादी ढांचा समूह के अधिग्रहण के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

    कम बोली के बावजूद जीते अदाणी

    जेपी एसोसिएट्स के लेनदार बैंकों ने अदाणी ग्रुप को बाकी दावेदारों से ज्यादा एडवांस पेमेंट देने के चलते चुना। मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, अदाणी ने कुल 14,500 करोड़ रुपये का प्रस्ताव दिया, लेकिन इसमें 6,000 करोड़ रुपये अपफ्रंट और बाकी 7600 करोड़ रुपये दो साल बाद देने को कहा, जो लेंडर्स की रिकवरी के लिहाज से काफी आकर्षक माना गया। हालांकि, एक्सचेंज फाइलिंग में अदाणी एंटरप्राइजेज ने बयान में अपने ऑफर प्राइस की वैल्यू का खुलासा नहीं किया।

    उधर, वेदांता की बोली में पांच साल की भुगतान समयसीमा शामिल थी, जो अदाणी द्वारा प्रस्तावित 1.5-2 साल की अवधि से काफी अधिक थी। वेदांता लिमिटेड ने 3,800 करोड़ रुपये एडवांस और पांच सालों में कुल 12,400 करोड़ रुपए देने की पेशकश की थी। इससे उसकी टोटल वैल्यू 16,726 करोड़ रुपये रही। लेकिन, ज्यादा एडवांस और बेहतर पेमेंट प्लान के चलते लेंडर्स ने अदाणी ग्रुप की बिड को चुना। ऐसे में अदाणी समूह ने 2226 रुपये कम देकर यह डील अपने नाम कर ली।

    जयप्रकाश एसोसिएट्स को खरीदने की रेस में अदाणी और वेदांता के अलावा, अन्य बोलीदाताओं में डालमिया भारत, जिंदल पावर और पीएनसी इंफ्राटेक भी शामिल थे।

    अदाणी समूह को क्या-क्या मिलेगा

    जेपी एसोसिएट्स के अधिग्रहण के बाद अदाणी एंटरप्राइजेज को इस समूह के 7 उद्योगों के कारोबार पर नियंत्रण होगा, जिन्होंने वित्त वर्ष 2025 में 6,500 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व और 35,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति दर्ज की थी।

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    अदाणी समूह को उत्तर प्रदेश के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 3,985 एकड़ ज़मीन, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में 65 लाख टन सीमेंट उत्पादन क्षमता और जयप्रकाश पावर वेंचर्स में 24% हिस्सेदारी मिलेगी। दिल्ली, आगरा और मसूरी के पाँच होटलों में 867 कमरों वाला एक आतिथ्य व्यवसाय और एक निर्माण एवं उर्वरक संयंत्र भी नीलामी प्रक्रिया का हिस्सा हैं।

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