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    हरदीप पुरी ने कहा- प्रोटोटाइप से आगे बढ़े कार उद्योग, देश में 20 फीसद एथनोल मिश्रित पेट्रोल की बिक्री जल्द

    By Jagran NewsEdited By: Sonu Gupta
    Updated: Fri, 13 Jan 2023 09:36 PM (IST)

    भारतीय आटोमोबाइल कंपनियों को पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप पुरी ने कहा है कि उन्हें अब प्रोटोटाइप से आगे बढ़ना चाहिए और वैकल्पिक इंधन से चलने वाले असली वाहन बाजार में पेश करने चाहिए। देश में 20 फीसद एथनोल मिश्रित पेट्रोल की बिक्री जल्द शुरू हो जाएगी।

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    प्रोटोटाइप से आगे बढ़े कार उद्योग- हरदीप सिंह पुरी। फोटो- पीटीआई।

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारतीय आटोमोबाइल कंपनियों को पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप पुरी ने कहा है कि उन्हें अब प्रोटोटाइप से आगे बढ़ना चाहिए और वैकल्पिक इंधन से चलने वाले असली वाहन बाजार में पेश करने चाहिए। उन्होंने इन कंपनियो को बायोफ्यूल और दूसरे हरित ऊर्जा आधारित कारों की लांचिंग पर ज्यादा ध्यान देने को कहा है। पुरी आटोएक्सपो 2023 में हिस्सा लेते हुए ये बाते कहीं। आटो एक्सपो में दोपहिया और पैसेंजर कार बनाने वाली तकरीबन दो दर्जन कंपनियों ने चार दर्जन से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रोटोटाइप पेश किया है। इसमें से सिर्फ तीन-चार वाहनों को ही अगले कुछ महीनों या वर्षों में भारतीय बाजार में उतारने की जानकारी है।

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    20 फीसद एथनोल मिश्रित पेट्रोल की बिक्री जल्द

    पुरी ने यह भी कहा कि 20 फीसद एथनोल मिश्रित पेट्रोल की बिक्री पायलट परियोजना के आधार पर जल्द ही देश के कुछ पेट्रोल पंपों पर शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने पहले देश में 20 फीसद एथनोल मिश्रित पेट्रोल की बिक्री वर्ष 2030 में शुरू करने का लक्ष्य रखा था लेकिन अब इसे वर्ष 2024-25 से शुरु करने की तैयारी है। पुरी ने कहा कि वर्ष 2013-14 में देश बेचे जाने वाले पेट्रोल में 1.14 फीसद एथनोल मिश्रित था जो वर्ष 2022 में बढ़ कर 10.17 फीसद हो गया है। इस वजह से देश में ना सिर्फ 41500 करोड़ रुपये मूल्य के बराबर विदेशी मुद्रा की बचत हुई है बल्कि 27 लाख टन कम कार्बन पर्यावरण में गया है।

    भारत बनना चाहता है बायोफ्यूल का एक वैश्विक लीडर

    सरकारी कंपनियां भी एथनोल बिक्री को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने में जुटी हैं। पानीपत, भटिंडा, बारगढ़ और नुमालीगढ में अलग अलग कृषि उत्पादों से बनने वाले बायोफ्यूल की फैक्ट्रियां वहां की मौजूदा रिफाइनरियों में लगाई जा रही हैं। भारत बायोफ्यूल का एक वैश्विक लीडर बनना चाहता है। इसलिए इस सेक्टर में अमेरिका व ब्राजील के साथ मिल कर एक वैश्विक संगठन भी बनाने की तैयारी में हैं। यह ऊर्जा सेक्टर में वैसा ही संगठन है जैसे अभी तेल उत्पादक देशों का ओपेक है या इंटरनेशनल सोलर एलायंस है।

    भारत में फ्लेक्सी फ्यूल पर होगा जोर

    देश की प्रमुख पैसेंजर कार कंपनियां मारुति सुजुकी, हुंडई, टाटा मोटर्स और दोपहिया कार कंपनियां टीवीएस, हीरो मोटोकार्प, बजाज आटो, होंडा आदि एथनोल मिश्रित पेट्रोल या दूसरे अल्कोहल मिश्रित पेट्रोल वाले इंजन को लेकर उत्साहित हैं। आटोमोबाइल के जानकारों का कहना है कि देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री पूरी रफ्तार पकड़ने से पहले भारत में फ्लेक्सी फ्यूल (बायोफ्यूल मिश्रित पेट्रोल या डीजल) का जोर होगा।

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