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    पिछले साल जीएसटी कलेक्शन ने लगाई 22 फीसद की छलांग, मार्च माह में GST संग्रह 1.60 लाख करोड़ के पार

    By Jagran NewsEdited By: Sonu Gupta
    Updated: Sat, 01 Apr 2023 09:00 PM (IST)

    जीएसटी संग्रह के संदर्भ में वर्ष 2022-23 का जैसा आगाज हुआ था वैसा ही अंत भी हुआ। वित्त वर्ष के अंतिम महीने जीएसटी संग्रह में 13 फीसद की वृद्धि हुई है तो पूरे वित्त वर्ष के दौरान इसमें 22 फीसद की बहुत ही अच्छी वृद्धि देर्ज की गई है।

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    पिछले साल जीएसटी कलेक्शन ने लगाई 22 फीसद की छलांग।

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जीएसटी संग्रह के संदर्भ में वर्ष 2022-23 का जैसा आगाज हुआ था वैसा ही अंत भी हुआ। वित्त वर्ष के अंतिम महीने वस्तु व सेवा शुल्क (जीएसटी) संग्रह में 13 फीसद (मार्च, 2022 के मुकाबले) की वृद्धि हुई है तो पूरे वित्त वर्ष के दौरान इसमें 22 फीसद की बहुत ही अच्छी वृद्धि देर्ज की गई है। वर्ष 2022-23 में जीएसटी संग्रह की कुल राशि 18.20 लाख करोड़ रुपये रही है जो औसतन 1.51 लाख करोड़ रुपये प्रति माह होती है।

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    जुलाई, 2017 में जीएसटी लागू होने के समय ही केंद्र सरकार ने हर माह 1.50 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का कलेक्शन करने का लक्ष्य ले कर चल रही थी जो अब पूरी होती दिख रही है। अगर मार्च, 2023 की बात करें तो जीएसटी से सरकार को 1,60,122 करोड़ रुपये की कमाई हुई है जो इस साल की दूसरी सबसे बड़ी कमाई है। इससे ज्यादा वित्त वर्ष के पहले महीने अप्रैल, 2022 में 1,67,540 रुपये की कमाई हुई थी।

    जीएसटी लागू होने के बाद सिर्फ दो महीने ही कुल संग्रह की राशि 1.60 लाख करोड़ रुपये को पार कर पाई है। वित्त मंत्रालय की तरफ से दी गई सूचना के मुताबिक, मार्च महीन में केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) की राशि 29,546 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी (एसजीसीएटी) संग्रह की राशि 37,314 करोड़ रुपये, आइजीएसटी की राशि 82,907 करोड़ रुपये और अधिकार 10,355 करोड़ रुपये रही है।

    मालूम हो कि गये वित्त वर्ष के दौरान किसी चार महीने में जीएसटी की राशि 1.50 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की र ही है। यह भी बताया गया है कि सीजीएसटी में 33,408 करोड़ रुपये की राशि और आइजीएसटी में 28,187 करोड़ रुपये की राशि का आवंटन राज्यों को उनके बतौर हिस्से के तौर पर कर दिया भी दिया गया है। आयातित उत्पादों पर लगने वाले जीएसटी संग्रह में आठ फीसद की वृद्धि हुई है। यह भी बताया गया है कि पिछले लगातार तीन तिमाहियों से जीएसटी संग्रह में बढ़ोतरी देखी गई है।

    राज्य वार जीएसटी संग्रह की स्थिति पर नजर डालें तो ऐसा संकेत मिलता है कि जिन राज्यों में कोरोना के बाद पर्यटकों की भीड़ बढ़ी है उनके यहां जीएसटी संग्रह भी तेजी से बढ़ा है। जैसे गोवा में 33.33 फीसद, अंडमान व निकोबार में 38.88 फीसद, लक्षद्वीप में 30.14 फीसद, मिजोरोम में 91.16 फीसद, जम्मू व कश्मीर में 29.42 फीसद रही है। वैसे इन राज्यों मे कुल संग्रहित राशि का आकार छोटा है।

    अगर बड़े राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र में 11.77 फीसद, कर्नाटक में 18.40 फीसद, तमिलनाडु में 15.24 फीसद, तेलंगाना में 13.25 फीसद, बिहार में 29.44 फीसद, हरियाणा में 16.99 फीसद, पश्चिम बंगाल में 13.88 फीसद की रही है। बहरहाल, जीएसटी संग्रह के इन आंकड़ों को देख कर लगता है कि नये वित्त वर्ष 2023-24 में जीएसटी संग्रह में 12 फीसद का इजाफा जो लक्ष्य केंद्र ने रखा है उसे हासिल करने में परेशानी नहीं होगी।