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    JioMart से परेशान किराना डिस्ट्रीब्यूटर बोले, उन्हें और रिलायंस को एक जैसी कीमत पर मिले सामान

    जियोमार्ट एप के चलते किराना सामान के डिस्ट्रीब्यूटर्स की बिक्री में लगातार गिरावट आ रही है। इससे परेशान होकर उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर एफएमसीजी कंपनियों ने रिलायंस को कम कीमतों पर उत्पाद बेचना बंद नहीं किया तो वह किराना स्टोर्स की आपूर्ति बाधित कर देंगे।

    By Manish MishraEdited By: Updated: Mon, 06 Dec 2021 08:05 AM (IST)
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    Grocery distributors upset with Reliance's JioMart, Say they and Reliance should get groceries at the same price

    नई दिल्ली, रायटर। रिलायंस इंडस्ट्रीज के जियोमार्ट एप के चलते किराना सामान के डिस्ट्रीब्यूटर्स की बिक्री में लगातार गिरावट आ रही है। इससे परेशान होकर उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर एफएमसीजी कंपनियों ने रिलायंस को कम कीमतों पर उत्पाद बेचना बंद नहीं किया तो वह किराना स्टोर्स की आपूर्ति बाधित कर देंगे। कुछ दिनों पहले रैकिट, यूनिलीवर और पामोलिव जैसी कंपनियों के लाखों डिस्ट्रीब्यूटर्स और सेल्समैन से जुड़ी एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी। इसमें कहा गया था कि किराना स्टोर लगातार रिलायंस के साथ जुड़ रहे हैं। इस वजह से उनकी सेल्स में 20 से 25 प्रतिशत की गिरावट आई है। देश में करीब 450,000 सेल्समैन है जो दशकों से गांव और शहर के कोने-कोने में जाकर किराना स्टोर्स से सामान का आर्डर लेकर उन्हें सप्लाई करते रहे हैं। हालांकि रिलायंस ने इस सप्लाई चेन को प्रभावित कर दिया है।

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    दरअसल, जियो मार्ट ऐप के जरिये किराना स्टोर्स अपनी दुकान से ही आर्डर करते हैं और 24 घंटे में उन्हें डिलीवरी मिल जाती है। डिस्ट्रीब्यूटर की तुलना में रिलायंस उन्हें ज्यादा मार्जिन भी देता है। आल इंडिया कंज्यूमर प्रोडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन ने एफएमसीजी कंपनियों को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने रिलायंस जैसे बड़े कारपोरेट डिस्ट्रीब्यूटर्स और उन्हें एक जैसी कीमतों पर सामान की सप्लाई करने की मांग की है। फेडरेशन का दावा है कि उसके चार लाख सदस्य हैं।

    फेडरेशन के प्रेसिडेंट धैर्यशील पाटिल ने चेतावनी दी है कि अगर समान कीमतों पर आपूर्ति की मांग को नहीं माना जाता है तो उनके सेल्समैन किराना स्टोर्स को सामान की सप्लाई करना बंद कर देंगे। लांच हुए नए प्रोडक्ट भी किराना स्टोर्स तक नहीं पहुंचाने की बात कही है। इसके लिए कंपनियों को एक जनवरी तक का वक्त दिया गया है। इस संबंध में जब कंपनियों और रिलायंस से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। भारत में लगभग 900 अरब डालर का खुदरा बाजार है। इसमें किराना स्टोर्स की हिस्सेदारी करीब 80 प्रतिशत है। 150 शहरों में लगभग 300,000 स्टोर रिलायंस से सामान मंगवाते हैं। कंपनी का टारगेट 2024 तक 10 एक करोड़ पार्टनर स्टोर बनाने का है।