जारी रहेंगे भारतीय शेयर बाजार के ‘अच्छे दिन’, मॉर्गन स्टैनले ने बताया एक साल में कहां जाएगा सेंसेक्स
ग्लोबल इन्वेस्टमेंट बैंक मॉर्गन स्टैनले ने बुधवार को भारत पर अपनी रिपोर्ट जारी की। इसमें Indian Stock Market के बारे में भी अनुमान लगाया गया है। रिपोर्ट में यह तो बताया ही गया है कि अगले एक साल में सेंसेक्स ऊपर कहां तक जाएगा इसने इंडेक्स का प्रीमियम भी बढ़ा दिया है। इसका प्रमुख कारण है भारत की इकोनॉमी में घरेलू और ग्लोबल निवेशकों का भरोसा बढ़ना।

नई दिल्ली। भारत की इकोनॉमी के साथ यहां के शेयर बाजार (Indian stock market) भी अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं। अगले एक साल में भी शेयर मार्केट में तेजी का माहौल बने रहने की उम्मीद है। ग्लोबल इन्वेस्टमेंट बैंक मॉर्गन स्टैनले ने अपनी रिसर्च रिपोर्ट में भारत की लॉन्ग टर्म ग्रोथ स्टोरी में भरोसा जताते हुए यह अनुमान जताया है।
एक साल में कहां जाएगा शेयर बाजार
मॉर्गन स्टैनले ने कहा है कि जून 2026 तक बीएसई का सेंसेक्स 89000 तक पहुंच जाएगा। इंडेक्स (Sensex forecast) के मौजूदा स्तर से देखें, तो साल भर में इसमें लगभग 8% की बढ़ोतरी होगी। मॉर्गन स्टैनले ने प्रति शेयर आय (EPS) का अनुमान भी एक प्रतिशत बढ़ा दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार आने वाले समय में सेंसेक्स के 23.5 प्राइस अर्निंग (पीई) मल्टीपल पर ट्रेड करने की उम्मीद है, जबकि इसका 25 साल का औसत 21 है। इस प्रीमियम वैल्यूएशन से पता चलता है कि आने वाले समय में भारत की इकोनॉमी में स्थिरता को लेकर ग्लोबल इन्वेस्टर काफी भरोसेमंद हैं।
भारत की मजबूती के क्या हैं कारण
इस सकारात्मक तस्वीर के पीछे रिपोर्ट (Morgan Stanley report) में कई कारण बताए गए हैं। इनमें इकोनॉमी में स्थिरता, प्राथमिक घाटे में गिरावट, महंगाई दर में नरमी और घरेलू इन्वेस्टमेंट बढ़ना शामिल हैं। इसका कहना है कि निजी क्षेत्र में कैपिटल एक्सपेंडिचर बढ़ने, कॉरपोरेट सेक्टर की मजबूत बैलेंस शीट और आम लोगों के डिस्क्रेशनरी खर्च में बढ़ोतरी से कंपनियों की सालाना आय में वृद्धि की दर मध्यम से लेकर ऊंची बनी रहेगी।
रिपोर्ट में शेयर बाजार के पिछले प्रदर्शन का भी जिक्र किया गया है। इसमें कहा गया है कि हाल की वैश्विक घटनाओं के बावजूद भारतीय शेयर बाजारों ने कुल मिलाकर मजबूती दिखाई है। रिटेल इन्वेस्टर्स लगातार पैसा लगा रहे हैं। इसका मतलब है कि भारत की ग्रोथ स्टोरी में उनका भरोसा बरकरार है।
विदेशी निवेशक भी लौट रहे भारतीय बाजार में
इस वर्ष विदेशी निवेश 2000 के बाद अभी तक सबसे कमजोर लग रहा था, लेकिन नए संकेत बताते हैं कि भारतीय इक्विटी बाजार के प्रति उनका नजरिया बदल रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक का ग्रोथ को गति देना, कच्चे तेल के दामों में स्थिरता और निरंतर नीतिगत समर्थन तेजी के इस सेंटीमेंट को मजबूत कर रहे हैं।
भारत का जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ाया
मॉर्गन स्टैनले ने भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान भी बढ़ाया है। पहले इसने कहा था कि 2025-26 में भारत की ग्रोथ रेट 6.1% रहेगी। अब उसने इस अनुमान को बढ़ाकर 6.2% कर दिया है। वित्त वर्ष 2026-27 के लिए भी ग्रोथ अनुमान को 6.3% से बढ़कर 6.5% किया गया है। ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म का कहना है कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव कम होने के चलते उसने भारत के ग्रोथ अनुमान में यह बढ़ोतरी की है।
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