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    Gold Prices: सोना हुआ सस्ता, चांदी के भी गिरे दाम; चेक करें लेटेस्ट प्राइस

    By Agency Edited By: Suneel Kumar
    Updated: Mon, 02 Dec 2024 05:17 PM (IST)

    पिछले हफ्ते कॉमेक्स गोल्ड कमजोर नोट पर बंद हुआ क्योंकि इजरायल और लेबनान में हिजबुल्लाह के बीच युद्धविराम समझौते के बाद सुरक्षित निवेश समझे जाने वाले सोने की मांग कम हो गई। साथ ही मुद्रास्फीति से जुड़ी चिंताओं ने अगले साल दरों में कटौती की गति के बारे में संदेह पैदा कर दिया है। इस वजह से भी कारोबारी सोने की खरीद नहीं बढ़ा रहे हैं।

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    व्यापारी यूक्रेन-रूस के बीच बढ़ते तनाव पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।

    पीटीआई, नई दिल्ली। सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोर रुख के बीच सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत 200 रुपये गिरकर 79,200 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। शुक्रवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाली पीली धातु 79,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई।

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    औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की ओर से कमजोर उठान के कारण चांदी भी 2,200 रुपये गिरकर 90,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। पिछले कारोबारी सत्र में यह 92,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 200 रुपये गिरकर 78,800 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। शुक्रवार को यह कीमती धातु 79,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई।

    इस बीच, एमसीएक्स पर वायदा कारोबार में दिसंबर डिलीवरी वाले सोने के अनुबंध 478 रुपये या 0.63 प्रतिशत गिरकर 75,896 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गए। दिसंबर डिलीवरी वाले चांदी के अनुबंध 574 रुपये या 0.65 प्रतिशत गिरकर 88,307 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गए। दिन के कारोबार के दौरान मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सिल्वर 1,081 रुपये या 1.22 प्रतिशत गिरकर 87,800 रुपये प्रति किलोग्राम के निचले स्तर पर आ गई।

    आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के एवीपी - कमोडिटीज एंड करेंसीज, मनीष शर्मा ने कहा, "यह गिरावट अमेरिकी डॉलर में आई रिकवरी के कारण हुई। इसे अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्तावित टैरिफ से जुड़ी मुद्रास्फीति संबंधी चिंताओं से बढ़ावा मिला।"

    कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी-कमोडिटी रिसर्च, कायनात चैनवाला के अनुसार, पिछले हफ्ते कॉमेक्स गोल्ड कमजोर नोट पर बंद हुआ क्योंकि इजरायल और लेबनान में हिजबुल्लाह के बीच युद्धविराम समझौते के बाद सुरक्षित निवेश समझे जाने वाले सोने की मांग कम हो गी। चैनवाला का कहना है कि लगातार मुद्रास्फीति के बारे में चिंताओं ने अगले साल दरों में कटौती की गति के बारे में संदेह पैदा कर दिया है।

    एबन्स होल्डिंग्स के सीईओ चिंतन मेहता ने कहा,"व्यापारी यूक्रेन-रूस के बीच बढ़ते तनाव पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। उनकी नजर मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई डेटा पर भी रहेगी। इसके अलावा फेडरल रिजर्व (फेड) के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल सहित फेड अधिकारियों के प्रमुख संबोधन भी ध्यान में हैं, क्योंकि बाजार दिसंबर में ब्याज दर के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।"

    मेहता ने कहा कि हालांकि पिछले स्तरों की तुलना में सोने में भागीदारी कम हुई है, लेकिन निवेशकों द्वारा निवेश बढ़ाने के कारण कीमतें मजबूत हो सकती हैं। व्यापारियों का मानना है कि सोने की कीमतें और बढ़ेंगी। हालांकि अतिरिक्त ब्याज दर कटौती में संभावित देरी से निकट अवधि में गिरावट हो सकती है, जो निवेशकों के लिए खरीदारी का अच्छा मौका हो सकता है।

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