Gold Price Today: मजबूत हुआ डॉलर तो शिखर पर पहुंची सोने की कीमत, अगले सप्ताह किस ओर रहेगा रुझान
Gold Silver Price Today यह हफ्ता सोने की कीमतों के लिहाज से बहुत अहम रहा। सोने की कीमत ने एक तरफ नया रिकॉर्ड बनाया तो इस स्तर से वापसी भी हुई। आइए जानते हैं कि सोने की कीमत का अगले हफ्ते क्या ट्रेंड रहेगा।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Gold Price Today: अमेरिकी डॉलर की दरों में 7 सप्ताह के निचले स्तर से वापसी और डॉलर इंडेक्स के मनोवैज्ञानिक 102 के स्तर से ऊपर रहने के कारण, सोने कीमत में इस हफ्ते जमकर मुनाफावसूली गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अप्रैल 2023 के लिए सोने का वायदा अनुबंध 0.18 प्रतिशत की साप्ताहिक हानि के साथ 59,310 प्रति 10 ग्राम पर समाप्त हुआ।
अंतरराष्ट्रीय हाजिर बाजार में सोने की कीमत 1,976.90 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर बंद हुई, जो पिछले सप्ताह के 1,988.50 डॉलर के स्तर से लगभग 0.58 प्रतिशत कम है।
इस हफ्ते सोने की कीमत में बदलाव
कमोडिटी बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमत में इस गिरावट का श्रेय अमेरिकी डॉलर की दरों में हाल के निचले स्तर से आई उछाल को दिया जा सकता है। बीते सप्ताह में 7 सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद हाल के सत्रों में अमेरिकी डॉलर में तेजी आई। अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने इस साल मुद्रास्फीति को कम करने और दरों में कटौती नहीं करने की प्रतिबद्धता जताई है।
बाजार के विशेषज्ञों को उम्मीद है कि अधिक से अधिक फेड अपनी दरों में एक वृद्धि और करेगा। सोने के 1,920 डॉलर से 2,010 डॉलर प्रति औंस के दायरे में बने रहने की उम्मीद है। सोने का ऊपरी बाधा से पीछे हटना जारी रह सकता है।
गोल्ड बुलियन में डील करने वाले अभिलाष पाठक निवेशकों को 'गिरावट पर खरीदारी' और शॉर्ट पोजीशन लेने से बचने की सलाह देते हैं। 2,000 डॉलर प्रति औंस से ऊपर के ब्रेकआउट से सोने की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं, क्योंकि भारतीय रुपये के साथ दुनिया की प्रमुख मुद्राओं में गिरावट की आशंका प्रबल होने लगी है।
फोकस में अमेरिकी डॉलर
बीते सप्ताह में सोने की कीमतों में गिरावट के कारणों पर बात करते हुए अभिलाष कहते हैं कि यूएस सीएडी और अन्य डाटा में तेजी के बाद अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने के कारण नए शिखर पर चढ़ने के बाद सोने की कीमतों में गिरावट आई। अमेरिकी मुद्रा में इस वृद्धि के कारण सोने में मुनाफावसूली शुरू हो गई।
सोने की कीमत को आज 1,950 डॉलर के स्तर पर तत्काल समर्थन मिला है, जबकि कीमती धातु के लिए प्रमुख समर्थन 1,920 डॉलर पर रखा गया है। 2,000 डॉलर अंतरराष्ट्रीय हाजिर बाजार में सोने की कीमतों के लिए बड़ी बाधा बने रहने की उम्मीद है।
रुपये की भूमिका रहेगी महत्वपूर्ण
एफआईआई बहिर्वाह का घरेलू मुद्रा पर भी असर पड़ा। डॉलर में तेजी आई। कमजोर एशियाई-यूरोपीय मुद्राओं और इक्विटी के बीच सुरक्षित आश्रय की अपील मजबूत हो गई। अमेरिका के चालू खाता घाटे और नए घरों की बिक्री के आंकड़ों से डॉलर में भी तेजी आई। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने ब्याज दरों में 25 बीपीएस से 4.25% की बढ़ोतरी की, जो 15 वर्षों में सबसे अधिक है।
अगले हफ्ते भारतीय रुपया वैश्विक बाजारों में जोखिम से बचने की कोशिश करेगा। एफआईआई से बिकवाली का दबाव और आयातकों से महीने के अंत में डॉलर की मांग भी रुपये पर दबाव डाल सकती है। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में कमी से रुपये को कम समर्थन मिल सकता है।
सोने की कीमत का आउटलुक
सोने के लिए समग्र रुझान सकारात्मक है, लेकिन हाल-फिलहाल सोने के लिए 2000 डॉलर प्रति औंस के निशान की सीमा को पार करना मुश्किल होगा। अगले हफ्ते सोना 58,500 रुपये प्रति 10 ग्राम से 58,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच हो सकता है।