Gold Price: सोना फिर हुआ सस्ता, चांदी के भी गिरे दाम; चेक करें लेटेस्ट प्राइस
सोने और चांदी की कीमतों में शुक्रवार को भी गिरावट आई। यह लगातार तीसरा दिन है जब सोना सस्ता हुआ है। वहीं चांदी का भाव भी पिछले 2 दिनों में करीब 4000 रुपये तक घट गया है। एक्सपर्ट का कहना है कि सोने को लेकर आज ट्रेडर्स ने कोई खास जोश नहीं दिखाया। ब्याज दर को लेकर अनिश्चितता के बीच व्यापारी बड़ा रिस्क लेने से बच रहे हैं।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट का सिलसिला जारी है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमतों में लगातार तीसरे सत्र में गिरावट जारी रही। यह 170 रुपये गिरकर 78,130 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। 24 कैरेट गोल्ड गुरुवार को 78,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। जौहरियों और स्टॉकिस्टों का गोल्ड को लेकर नजरिया सुस्त रहा, जिसके चलते सोने के भाव में यह नरमी आई है।
वहीं, चांदी की कीमत भी 1,850 रुपये गिरकर 88,150 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 2 हजार रुपये सस्ती होकर 90,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। व्यापारियों का कहना है कि औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की ओर से चांदी की ज्यादा डिमांड नहीं दिखी। इसके चलते चांदी की कीमतों में गिरावट आई है।
क्या है एक्सपर्ट की राय
एलकेपी सिक्योरिटीज के कमोडिटी एंड करेंसी के वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने कहा, "सोने को लेकर आज ट्रेडर्स ने कोई खास जोश नहीं दिखाया। ब्याज दर को लेकर अनिश्चितता के बीच व्यापारी बड़ा रिस्क लेने से बच रहे हैं। हालांकि, फेड ने दरों को कम रखने का फैसला किया है, लेकिन उसके अनुमानों से आगे कम दरों में कटौती का संकेत मिला है। इससे पिछले दो दिनों से सोने की कीमतों पर दबाव बना हुआ है।"
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा, "अब व्यापारियों की नजर आज मुख्य व्यक्तिगत उपभोग व्यय (पीसीई) मूल्य सूचकांक डेटा पर रहेगी। अगर मौजूदा आंकड़ा अनुमान से ऊपर आता है, तो सोने की कीमतों में अधिक बिक्री देखी जाएगी।"
कोटक सिक्योरिटीज के अनुसार, कॉमेक्स सोना वायदा में कुछ सुधार देखा गया और शुक्रवार को 2,620 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस के करीब कारोबार हुआ, लेकिन साप्ताहिक गिरावट की ओर बढ़ गया क्योंकि निवेशकों ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व के हालिया फैसले के बाद ब्याज दर की उम्मीदों पर दोबारा गौर किया।
एबंस होल्डिंग्स के सीईओ चिंतन मेहता ने कहा, "केंद्रीय बैंक सक्रिय रूप से वैश्विक जोखिमों और बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों से बचाव के लिए सोना जमा कर रहे हैं। इसमें मध्य पूर्व में बढ़ी अनिश्चितता और अगले महीने डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति शासन के तहत आर्थिक नीतियों को लेकर अनिश्चितता भी शामिल है। इसलिए लंबी अवधि के हिसाब सोना आकर्षक निवेश बना रहेगा।'
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