मई में बैंक कर्ज सिर्फ 9.8% बढ़ा, लेकिन गोल्ड लोन में 115% वृद्धि, जानिए वजह
RBI ने 30 मई 2025 को खत्म पखवाड़े के बैंक कर्ज के आंकड़े जारी किए हैं। इसके मुताबिक ज्यादातर सेगमेंट में लोन बढ़ने की दर कम हुई है। चाहे वह होम लोन हो ऑटो लोन या कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन। लेकिन गोल्ड लोन बढ़ने की दर (Gold loan growth May 2025) 100% से अधिक रही है। हालांकि इसका एक कारण लोन कैटेगराइजेशन में बदलाव भी है।
मई के दूसरे पखवाड़े में बैंक कर्ज की वृद्धि दर (bank credit report May 2025) में काफी गिरावट आई है। यह गिरावट कृषि क्षेत्र, इंडस्ट्री, सर्विस सेक्टर और पर्सनल लोन हर सेगमेंट में देखने को मिली है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सोमवार को 30 मई को खत्म पखवाड़े के बैंक कर्ज के आंकड़े जारी किए, जिसमें यह जानकारी सामने आई है। ये आंकड़े 41 कमर्शियल बैंकों के हैं। बैंकों के कुल नॉन-फूड क्रेडिट में इन बैंकों की हिस्सेदारी 95% है।
नॉन-फूड कर्ज में 16.2% की तुलना में 9.8% वृद्धि
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक (Credit growth analysis India) कुल नॉन-फूड बैंक क्रेडिट 30 मई 2025 को खत्म पखवाड़े में 9.8% बढ़ा है। एक साल पहले, 31 मई 2024 को खत्म पखवाड़े में बैंकों का नॉन-फूड कर्ज 16.2% बढ़ा था। कुल नॉन-फूड कर्ज राशि 167.43 लाख करोड़ से बढ़कर 182.17 लाख करोड़ रुपये हो गई। गोल्ड लोन में आश्चर्यजनक रूप से 115% से ज्यादा की वृद्धि हुई है।
कृषि कर्ज वृद्धि दर 21.6% से घटकर 7.5%
कृषि क्षेत्र को कर्ज की ग्रोथ एक-तिहाई रह गई है। इसमें सिर्फ 7.5% की वृद्धि हुई, जबकि एक साल पहले कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए बैंकों का कर्ज 21.6% बढ़ा था। कुल कृषि कर्ज 21.39 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 22.98 लाख करोड़ रुपये हुआ है।
बड़ी कंपनियों को कर्ज में सिर्फ 1% वृद्धि
इंडस्ट्री को कर्ज में वृद्धि सिर्फ 4.9% रह गई है। पिछले साल की समान अवधि में इस सेक्टर को कर्ज 8.9% बढ़ा था। इंडस्ट्री में माइक्रो और स्मॉल सेगमेंट का कर्ज 13.7% तथा मीडियम का 16.8% बढ़ा है। लेकिन बड़ी कंपनियों को बैंक कर्ज 7.1% की तुलना में सिर्फ 1% बढ़ा है।
NBFC को कर्ज में निगेटिव ग्रोथ
सर्विस सेक्टर को क्रेडिट की ग्रोथ भी आधी से कम रह गई है। इसमें पिछले साल के 20.7% की तुलना में 9.4% की वृद्धि हुई है। आरबीआई के अनुसार यह गिरावट मुख्य रूप से नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFC) को कर्ज घटने के कारण आई है। इसमें 0.3% की गिरावट आई है। कंप्यूटर सॉफ्टवेयर सेगमेंट को कर्ज में 32% वृद्धि हुई है। ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर, पर्यटन और होटल, एविएशन, प्रोफेशनल सर्विसेज और रिटेल ट्रेड के लिए कर्ज में 10% से कम वृद्धि हुई है।
होम लोन बढ़ने की रफ्तार भी कम हुई
पर्सनल लोन सेगमेंट में कर्ज की वृद्धि दर भी घटी है। एक साल पहले के 19.3% के मुकाबले इस वर्ष इसमें 13.7% की ग्रोथ रही है। आरबीआई के अनुसार अन्य पर्सनल लोन, व्हीकल लोन और क्रेडिट कार्ड बकाया में गिरावट के चलते इस सेगमेंट में वृद्धि दर नीची रही है। कंज्यूमर ड्यूरेबल सेगमेंट में लोन वृद्धि दर 3.9% निगेटिव रही है। हाउसिंग सेगमेंट को लोन 38.7% की तुलना में 9% बढ़ा है। प्रायरिटी सेक्टर वाले होम लोन में 1.6% की निगेटिव ग्रोथ रही है, जबकि साल भर पहले इसमें 22.2% की वृद्धि हुई थी।
115% से अधिक बढ़ा गोल्ड लोन
सोने की ज्वैलरी (Gold loan growth 2025) के एवज में लोन 115.3% बढ़ गया, जबकि एक साल पहले इसमें सिर्फ 29.7% वृद्धि हुई थी। हालांकि इसकी एक वजह लोन कैटेगरी में बदलाव भी है। मई 2024 से बैंक किसानों के गोल्ड लोन को 'गोल्ड ज्वैलरी के बदले लोन' कैटेगरी में शामिल कर रहे हैं, जबकि पहले ऐसा नहीं होता था।
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