निवेशक धड़ाधड़ कर रहे हैं Gold ETF में इन्वेस्ट, क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने कहा कम लागत और सिक्योर ऑप्शन है इसकी वजह
आज हम गोल्ड ज्वेलरी की जगह डिजिटल गोल्ड भी खरीद सकते हैं। गोल्ड में निवेश लगातार बढ़ रहा है और अगर दोल्ड ईटीएफ की बात करें तो निवेशकों को यह काफी पसंद आ गया है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए एनालिटिक्स (ICRA Analytics) ने कहा कि गोल्ड ईटीएफ ( Gold ETFs) काफी सिक्योर ऑप्शन है जिसकी वजह से निवेशक इसमें निवेश करना पसंद कर रहे हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। निवेशक पहले जहां फिजिकल गोल्ड में निवेश करना पसंद करते थे, वह अब डिजिटल गोल्ड में ज्यादा निवेश कर रहे हैं। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए एनालिटिक्स (ICRA Analytics) के अनुसार भारत में गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड ( Gold ETFs) की डिमांड में तेजी आ रही है।
दरअसल गोल्ड ईटीएफ काफी सिक्योर ऑप्शन है। इसमें हाई रिटर्न और सिक्योरिटी मिलता है जिसकी वजह से निवेशक इसमें निवेश करना पसंद कर रहे हैं। हर साल गोल्ड ईटीएफ को लेकर निवेशकों की मांग में तेजी देखने को मिल रही है। यह एक सिक्योर ऑप्शन के साथ इसमें कड़े नियम होने की वजह से भी निवेशक इसमें निवेश करना पसंद करते हैं।
आईसीआरए एनालिटिक्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और हेड मार्केट डेटा अश्विनी कुमार ने कहा
इसके आगे उन्होंने कहा कि ईटीएफ में सोने की कीमत और उसका रिटर्न भौतिक सोने के समान है। सोना खरीदने की तुलना में गोल्ड ईटीएफ खरीदने की लागत कम है। इन सभी वजह से निवेशक गोल्ड ईटीएफ में निवेश करना पसंद कर रहे हैं।गोल्ड ईटीएफ में 1 साल में 18 फीसदी से ज्यादा का असाधारण रिटर्न मिलता है। यह रिटर्न निवेशकों को बड़ी संख्या में मिला है। गोल्ड इटीएफ फिजिकल गोल्ड की तुलना में काफी सिक्योर होता है। इसके अलावा इसे आसानी से समय के आधार पर एक्सचेंजों पर कारोबार कर सकते हैं।
गोल्ड ईटीएफ इनफ्लो के आंकड़ें
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, जनवरी-मार्च की अवधि के दौरान गोल्ड ईटीएफ में लगभग 2,028.05 करोड़ रुपये का शुद्ध प्रवाह देखा गया।31 मार्च, 2024 तक गोल्ड ईटीएफ के तहत प्रबंधन के तहत शुद्ध संपत्ति लगभग 37% बढ़कर 31,224 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 22,737 करोड़ रुपये थी।