ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत की रैंकिंग में 42 पॉइंट का बड़ा सुधार; जानें कहां-कहां हो रही तरक्की?
Global Innovation Index में भारत ने पिछले 10 सालों में शानदार प्रदर्शन किया है। योजना मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह ने राज्यसभा में बताया कि 2015 में भारत 81वें पायदान पर था लेकिन 2024 आते-आते हमारी रैंकिंग सुधरकर 39 हो गई है। यानी रैंकिंग में 42 पॉइंट का सुधार आया है।

नई दिल्ली | वैश्विक नवाचार सूचकांक (Global Innovation Index- GII) में भारत ने पिछले 10 सालों में शानदार प्रदर्शन किया है। योजना मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह ने राज्यसभा में बताया कि 2015 में भारत 81वें पायदान पर था, लेकिन 2024 आते-आते हमारी रैंकिंग सुधरकर 39 हो गई है। यानी रैंकिंग में 42 पॉइंट का सुधार आया है।
ये बड़ी बात है, क्योंकि GII रैंक 70 से ज्यादा संकेतकों के आधार पर किसी देश की नवाचार क्षमता को मापता है। ये संकेतक देश के सामाजिक-आर्थिक विकास के अलग-अलग पहलुओं को दर्शाते हैं। मतलब, भारत की ये तरक्की दिखाती है कि हमारा देश कई क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
मंत्री ने बताया कि भारत की रैंकिंग में सुधार का मतलब है कि देश का सामाजिक-आर्थिक माहौल बेहतर हुआ है। पिछले कुछ सालों में भारत ने कई बड़े बदलाव किए हैं। मिसाल के तौर पर, अंतरिक्ष और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में जबरदस्त काम हुआ है।
रक्षा क्षेत्र में भी भारत ने कमाल कर दिखाया है। हमने स्वदेशी रक्षा उपकरणों का विकास और उत्पादन बढ़ाया है। इसके अलावा, जैव प्रौद्योगिकी में भी भारत ने बड़ी छलांग लगाई। खासकर कोविड-19 महामारी के दौरान, भारत ने स्वदेशी टीकों और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का उत्पादन करके दुनिया को अपनी ताकत दिखाई।
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एजुकेशन में भी हो रही तरक्की
शिक्षा के क्षेत्र में भी भारत ने कदम बढ़ाए हैं। सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए ऑनलाइन शिक्षण उपकरणों का इस्तेमाल बढ़ा है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में क्लस्टर बनाए गए हैं, जो नए-नए आविष्कारों को बढ़ावा दे रहे हैं।
स्टार्टअप्स और नवाचार को सपोर्ट करने के लिए ढांचा मजबूत किया गया है। कई क्षेत्रों में ऐप्लिकेशन्स और सेवाएं अब ज्यादा सुलभ और किफायती हो गई हैं। ये सारी चीजें मिलकर भारत को नवाचार के मामले में और मजबूत बना रही हैं।
सही दिशा में बढ़ रहा भारत
भारत का ये सफर दिखाता है कि हम सही दिशा में बढ़ रहे हैं। चाहे वो टेक्नोलॉजी हो, शिक्षा हो, या फिर रक्षा और स्वास्थ्य, भारत हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहा है।
GII में सुधरती रैंकिंग इस बात का सबूत है कि भारत न सिर्फ आत्मनिर्भर बन रहा है, बल्कि दुनिया में भी अपनी अलग जगह बना रहा है।
आने वाले समय में और मेहनत के साथ भारत इस रैंकिंग में और ऊपर जा सकता है। बस जरूरत है इस गति को बनाए रखने की और नए-नए क्षेत्रों में प्रयोग करने की।
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