बिजनेस को तेजी से बदल रहा है Generative AI, 88 प्रतिशत लोगों को सता रहा है नौकरी जाने का खतरा
टेकनोलॉजी के साथ-साथ बिजनेस में भी अब AI अपना हाथ बटा रहा है। BCG के एक सर्वे के मुताबिक 60 प्रतिशत भारतीय अधिकारी वर्कप्लेस पर एआई के प्रभाव को सकारात्मक मानते हैं। वहीं 88 प्रतिशत लोगों को अपनी नौकरी पर खतरा लग रहा है।
नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क: 21वीं सदी के इस समय जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (GenAI) का इस्तेमाल जोरो पर है। हर टेकनोलॉजी कंपनियां एआई का हर संभव उपयोग कर रही है। लेकिन अब एआई का उपयोग बिजनेस में भी तेजी से हो रहा है।
ChatGPT से लेकर Dall-E जैसे एआई नई व्यवसायों को तीव्र गति से बदल रही है। एक सर्वे के अनुसार 60 प्रतिशत भारतीय अधिकारी वर्कप्लेस पर एआई के प्रभाव के लिए सकारात्मक हैं।
18 देशों में किया गया है सर्वे?
आपको बता दें कि बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के सर्वे के अनुसार एआई को लेकर इसके उपयोग के विचार, वरिष्ठता और देश के अनुसार अलग-अलग मिले हैं। सर्वे करने वाली कंपनी ने बताया कि यह सर्वे 18 देशों में उद्योगों में कार्यकारी सुइट्स से लेकर फ्रंटलाइन कर्मचारियों तक के 12,800 कर्मचारियों के इनपुट पर आधारित है।
AI को लेकर कौन सा देश कितना सकारात्मक?
वर्कप्लेस पर AI के प्रभाव को सकारात्मक मानने में ब्राजील देश, 70 फीसदी के साथ सबसे आगे है। वहीं भारत 60 फीसदी और मीडिल ईस्ट 58 फीसदी सकारात्मक है।
वहीं 40 फीसदी के साथ जापान, एआई के प्रभाव के लिए सबसे कम सकारात्मक वाला देश है। इसके अलावा नीदरलैंड (44 प्रतिशत) और अमेरिका (46 प्रतिशत) है।
AI को लेकर कौन सा देश कितना चिंतित?
एआई के बारे में सबसे अधिक चिंतित देश नीदरलैंड (42 प्रतिशत), फ्रांस (41 प्रतिशत), और जापान (38 प्रतिशत) हैं, जबकि सबसे कम चिंतित मध्य पूर्व (25 प्रतिशत), ब्राजील (19 प्रतिशत) है और भारत (14 प्रतिशत) है।
सर्वे में भारत से हिस्सा लेने वाले 1,000 उत्तरदाताओं में से 61 फीसदी ने AI को सकारात्मक दिखे वहीं 72.8 प्रतिशत का मानना है कि GenAI के प्रतिफल जोखिम से अधिक हैं।
AI के आने से नौकरी से खतरा
सर्वे में लगभग 88 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि एआई के आने से उनकी नौकरी को खतरा है और 80 प्रतिशत का मानना है कि एआई के लिए विशिष्ट नियम जरूरी हैं।
सर्वे के अनुसार, 52 प्रतिशत उत्तरदाता वर्कप्लेस पर एआई के प्रभाव के बारे में सकारात्मक हैं, जो 2018 में सिर्फ 35 प्रतिशत था।