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    FPI Inflow में जारी है तेजी, Fed Rate Cut के बाद जोरों-शोरों से विदेशी निवेशकों ने किया निवेश

    Updated: Sun, 22 Sep 2024 04:10 PM (IST)

    FPI Inflow Data सितंबर में भी विदेशी निवेशकों ने निवेश का रुख अपनाया है। 20 सितंबर तक विदेशी निवेशकों ने 33691 करोड़ रुपये का निवेश किया है। यह इस साल का दूसरा सबसे ज्यादा निवेश है। इससे पहले एफपीआई ने मार्च में निवेश किया था। फेड के ब्याज दर कटौती के फैसले के बाद एफपीआई इनफ्लो में तेजी आई है।

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    FPI Inflow Data: एफपीआई इनफ्लो में बीते हफ्ते भी आई तेजी

    पीटीआई, नई दिल्ली। अमेरिका के सेंट्रल बैंक ने 18 सितंबर को ब्याज दर में कटौती की घोषणा की थी। फेड ने चार साल के बाद 0.50 फीसदी की कटौती की है। फेड द्वारा ब्याज दर में कटौती के बाद विदेशी निवेशकों ने जोरो-शोरों से भारतीय शेयर बाजार में निवेश किया है।

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    सितंबर महीने की बात करें तो अभी तक विदेशी निवेशकों ने 33,700 करोड़ रुपये की इक्विटी में निवेश किया है। इस साल में दूसरी बार है कि विदेशी निवेशकों ने इतना ज्यादा निवेश किया है। डिपॉजिटरी के मुताबिक इससे पहले मार्च में एफपीआई ने 35,100 करोड़ रुपये का निवेश किया था।

    जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा विदेशी निवेशकों द्वारा निवेश अभी आगे भी जारी रहने की उम्मीद है।

    एफपीआई ने कितना किया निवेश

    डिपॉजिटरी की डेटा के अनुसार 20 सितंबर तक एफपीआई ने 33,691 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस निवेश के बाद उम्मीद है कि साल के अंत तक विदेशी निवेशक इक्विटी में 76,572 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। हालांकि अप्रैल से मई के महीने में एफपीआई आउटफ्लो भी हुआ था। विदेशी निवेशकों ने अप्रैल से मई में 34,252 करोड़ रुपये की निकासी किया था।

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    ग्लोबल मार्केट में डॉलर कमजोर हो गया है। इस वजह से विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार की तरफ अपना रुख अपनाया। डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत खड़ा है। ऐसे में जहां एक तरफ रुपया मजबूत हो रहा है तो वहीं यह एक्सपोर्ट सेक्टर के लिए चुनौती बन सकता है।

    रिसर्च एनालिस्ट फर्म GoalFi के स्मॉलकेस मैनेजर और संस्थापक और सीईओ रॉबिन आर्य

    मनोज पुरोहित, पार्टनर और लीडर, एफएस टैक्स, टैक्स एंड रेगुलेटरी सर्विसेज, बीडीओ इंडिया ने कहा कि महंगाई दर में गिरावट के साथ राजकोषीय घाटा संतुलित रहा। इसके अलावा भारतीय शेयर बाजार में आ रहे आईपीओ (IPO) ने भी विदेशी निवेशकों को आकर्षित किया है।

    डेट मार्केट में भी जारी निवेश

    विदेशी निवेशकों ने शेयर मार्केट के इक्विटी में निवेश के साथ डेट मार्केट में भी निवेश जारी रखा है। एफपीआई ने डेट मार्केट में Voluntary Retention Route (VRR) के माध्यम से 7,361 करोड़ रुपये और Fully Accessible Route (FRR) के माध्यम से 19,601 करोड़ रुपये का निवेश किया।

    मार्केट एक्पर्ट का कहना है कि निवेशकों की नजर अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के फैसले पर है। अगर आरबीआई अक्टूबर की एमपीसी बैठक में रेपो रेट में कटौती करता है तो वह फेड के फैसलों से तालमेल बनाएगा। अगर अक्टूबर में ब्याज दर में बदलाव नहीं होता है तो आरबीआई दिसंबर तक इस फैसले को टाल सकता है।

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